हादसा होने के बाद भी नहीं जागा थर्मल प्रशासन, 1 सप्ताह बाद भी नहीं हुई थर्मल ड्रेन की सफाई
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर रूपनगर के अंतर्गत पड़ते थर्मल प्लांट व अंबुजा सीमेंट फैक्ट्री के बी
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर
रूपनगर के अंतर्गत पड़ते थर्मल प्लांट व अंबुजा सीमेंट फैक्ट्री के बीच बसी झुग्गी झोपड़ी कॉलोनी के नजदीक से होकर गुजरती ड्रेन में पिछले सप्ताह हुए दर्दनाक हादसे के बावजूद थर्मल प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है जिससे लगता है कि मैनेजमेंट शायद अभी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है।
उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले हुई मूसलाधार बारिश के कारण उक्त ड्रेन ओवरफ्लो होकर धरती के ऊपरी लेवल के साथ मिल गई थी जिसके चलते एक चार साल का बच्चा खेलते हुए ड्रेन में बह गया था। झाड़ियां उगी होने के कारण जिसके शव को अगले दिन निकाला जा सका। वहां रहने वाले लोगों की मानें तो अगर ड्रेन साफ होती तो शायद बच्चे को बचाया जा सकता था लेकिन उक्त ड्रेन पिछले लंबे समय से गंदगी व झाड़ियों से भरी हुई है जिसमें गिरी किसी भी चीज को ढूंढ पाना कठिन है। बता दें कि यह ड्रेन 36 किलोमीटर लंबी है।
थर्मल प्लांट मैनेजमेंट ने बनवाई थी ड्रेन
उल्लेखनीय है कि वर्षा के पानी की निकासी के लिए यह ड्रेन थर्मल प्लांट मैनेजमेंट के द्वारा बनवाया गया था जिसमें नूहो कालोनी व थर्मल क्षेत्र का सारा बरसाती पानी भी आकर गिरता है जबकि इसी नाले के आसपास कॉलोनियों के अलावा अनेकों झुग्गियां तथा दुकानें बनी हुई हैं। लंबे समय से नहीं हुई सफाई
रख-रखाव की अगर बात करें तो इसमें लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उक्त नाला जंगली बूटी, घास तथा छोटे छोटे पेड़ों से भरा हुआ है जिसकी सफाई करवाना शायद कभी जरूरी नहीं समझा गया। झुग्गियों में रहते हैं 40 परिवार
ड्रेन के साथ लगती झुग्गियों में जिनका बस्ती का बच्चा डूबा था उस बस्ती में कुल 40 परिवार रहते हैं जिनका कहना है कि बस्ती व नाला तो थर्मल प्लांट मैनेजमेंट ने बनवा दिया लेकिन इसकी सफाई पिछले लंबे समय से करना जरूरी नहीं समझा गया है। दोबारा हो सकता है हादसा
लोगों ने बताया कि नाले के आरपार जाने के लिए बस्ती वालों ने खुद सीमेंट वाले खंभे रखे हुए हैं जिसके चलते हर वक्त विशेषकर बरसात के मौसम में हादसे का खतरा बना रहता है। बस्ती के लोगों ने कहा कि अगर इस ड्रेन की जल्द सफाई न करवाई गई तो दोबारा हादसा हो सकता है।
18 लोगों की लगाई ड्यूटी : सैनी
थर्मल प्लांट के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर एचएस सैनी ने कहा कि ड्रेन 36 किलोमीटर लंबी है जिसकी देखरेख के लिए लगभग 18 व्यक्तियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि नाले के साथ जो लेबर कालोनी लगती है उसमें केवल आठ-दस लोगों को छोड़ शेष सभी गैर कानूनी ढंग से बस्ती में रह रहे हैं यहां तक कि इन लोगों ने बिजली के कनेक्शन तक अवैध रूप से लगा रखे हैं जबकि इन लोगों ने सीवरेज भी सारी इसी नाले में डाली हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस बारे मैनेजमेंट जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग को भी योग्य कार्रवाई के लिए लिख चुकी है।