Move to Jagran APP

बरसाती पानी को जमीन के गर्भ में पहुंचाया, लोगों को रोजगार भी दिलाया

रूपनगर रूफ वाटर हारवेस्टिग स्ट्रक्चर लगाकर बरसाती पानी को दोबारा जमीन के गर्भ में डालने के प्रोजेक्ट पर रूपनगर प्रशासन जुट गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 12:26 AM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 12:26 AM (IST)
बरसाती पानी को जमीन के गर्भ में पहुंचाया, लोगों को रोजगार भी दिलाया
बरसाती पानी को जमीन के गर्भ में पहुंचाया, लोगों को रोजगार भी दिलाया

अजय अग्निहोत्री, रूपनगर: रूफ वाटर हारवेस्टिग स्ट्रक्चर लगाकर बरसाती पानी को दोबारा जमीन के गर्भ में डालने के प्रोजेक्ट पर रूपनगर प्रशासन जुट गया है। जिला प्रशासन ने नूरपुरबेदी के गांव चनौली बसी के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रूफ वाटर हारवेस्टिग प्रोजेक्ट मुकम्मल कर लिया है। अनुमानित 10.66 लाख लीटर बरसाती पानी एक साल में जमीन में रिचार्ज होगा। पुन्न नाले फलियां वाली कहावत यहां चरितार्थ हो रही है। प्रशासन रेन वाटर हारवेस्टिग स्ट्रक्चर बनाकर जहां भूजलस्तर बढ़ा रहा है, वहीं स्ट्रक्चर बनाने का काम मगनरेगा के तहत करवाकर इलाके के लोगों को रोजगार भी दे रहा है। एडीसी दीपशिखा शर्मा ने बताया कि रूफ वाटर हारवेस्टिग स्ट्रक्चर नूरपुरबेदी ब्लाक के और गांवों में सरकारी इमारतों पर लगाए जाने की योजना है। इसे मुहिम के रूप में चलाया जा रहा है। रूपनगर की एडीसी दीपशिखा शर्मा ने बताया कि रूफ वाटर हारवेस्टिग स्ट्रक्चर का कुल घेरा 1580 वर्ग मीटर है, जिससे हरेक साल 10.66 लाख लीटर पानी जमीन में जाएगा। स्कूल की छतों से बरसाती पानी पाइपों के जरिये एक विशेष पिट में जाता है। जहां एक खास किस्म का बोर जमीन में किया गया है, जिससे यह सारा पानी जमीन में चला जाता है। इससे जमीन के गिर रहे पानी के स्तर को रोकने और बढ़ाने में मदद होगी।

loksabha election banner

पानी फिल्टर होकर जाएगा जमीन में रेन वाटर हारवेस्टिमग स्ट्रक्चर की खासियत ये है कि इसमें जो बोर किया गया है, उसमें विशेष किस्म का फिल्टर सिस्टम बनाया गया है। तकनीकी ढंग से रेत और स्टोन बरी डालकर उसको बनाया गया है। जिसमें से सारा पानी जमीन फिल्टर होकर जाता है। ज्यादा से ज्याद पानी बचाएं: डीसी रूपनगर की डीसी सोनाली गिरी ने लोगों को अपील की कि अधिक से अधिक पानी बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए। क्योंकि जल है तो कल है। ये हमारे विशेषज्ञों ने स्पष्ट कर दिया है। भविष्य में हम ऐसे प्रयास करने जा रहे हैं कि आम लोगों को अपने घरों, बड़े व्यापारिक संस्थान, उद्योग और अन्य इमारतों की छतों पर इकट्ठा होने वाला बरसात का पानी जमीन में रिचार्ज करने की विधि के बारे में ज्यादा से ज्यादा पता हो। लोग जागरूक हों और इस विधि को अपनाएं।

जागरण संवाददाता, रूपनगर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.