चमत्कार की प्रतीक्षा न करें, अपने पुरुषार्थ पर विश्वास रखें: स्वामी अतुल
जीवन एक उत्सव है। हमें परमात्मा से प्रार्थना करनी है याचना नहीं।
जागरण संवाददाता, नंगल: लोक कल्याण के मकसद से संत आश्रम डेरा ठाकुर वणा सनोली में आयोजित श्रीराम कथा के छठे दिन भक्तजनों का मार्गदर्शन करते हुए स्वामी अतुल कृष्ण जी महाराज ने कहा कि संसार अनेक रहस्यों एवं सौंदर्यमय दृश्यों से ओतप्रोत है। प्रभु भक्तों को विचार करना चाहिए कि इस संसार को बनाने वाले भगवान कितने सुंदर होंगे। जीवन एक उत्सव है। हमें परमात्मा से प्रार्थना करनी है, याचना नहीं। समता एवं सूझबूझ से चित्त जल्दी वश में होता है, हठ से नहीं। हमें केवल सपने ही नहीं देखते रहना है, उन्हें साकार करने के लिए आगे बढ़ना होगा। स्वपन देखने वालों के लिए रात छोटी लगती है पर जिन्हें स्वपन पूरा करना अच्छा लगता है, उन्हें दिन छोटा लगता है। जिंदगी के अवसर सूर्योदय की तरह होते हैं। यदि देर तक हम प्रतीक्षा ही करते रहेंगे, तो उसे गंवा बैठेंगे। स्वामी जी ने कहा कि जीवन की यात्रा चुनौतियों से शुरू होती है। स्वयं पर भरोसा रखकर आगे बढ़ें। चमत्कारों की प्रतीक्षा न करें, अपने पुरुषार्थ पर विश्वास रखें। पुरुषार्थी को कभी पछताना नहीं पड़ता। पूज्य श्री ने कहा कि सदैव अंधेरा हारेगा, उजाला जीतेगा। मौत को हारना ही है, जिंदगी जीतती है। वीरवार को कथा के दौरान भगवान श्रीराम का निषादराज से मिलन, केवट का भगवान को सरयू पार ले जाना, भगवान के वियोग में चक्रवर्ती नरेश महाराज दशरथ का निधन एवं भरत जी का प्रभु श्रीराम को अयोध्या लौटाने के लिए चित्रकूट जाने का प्रसंग सभी ने अत्यंत श्रद्धा से सुना।