साधु-संतों की शरण में रहकर जीवन में करें ज्ञान की प्राप्ति
नीलकंठ शास्त्री ने कहा कि सभी को साधु-संतों की शरण में रहकर लगातार ज्ञान प्राप्त करते रहना चाहिए।
जागरण संवाददाता, नंगल
शिव आश्रम मोजोवाल में ब्रह्मलीन स्वामी ज्ञान गिरी जी महाराज को समर्पित स्मृति महोत्सव के दौरान भक्तजनों का आध्यात्मिक मार्गदर्शन करते हुए नीलकंठ शास्त्री ने कहा कि सभी को साधु-संतों की शरण में रहकर लगातार ज्ञान प्राप्त करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्म मिलना प्रभु की अपार कृपा है, ऐसे में जीवन के हर बहुमूल्य पल को अच्छे कर्मो में लगाकर ही हम प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
वहीं स्वामी मुल्ख राज गिरी जी ने कहा कि आज शुक्रवार सुबह 10 बजे श्री रामचरित मानस के पाठ का भोग डाला जाएगा। उन्होंने बताया कि बाबा अमरनाथ बर्फानी जी की पावन गुफा के निकट ब्रह्मलीन स्वामी ज्ञान गिरी जी ने तपस्या व मेहनत से वहां धर्मशाला के निर्माण कार्य की नींव रखी थी। इसका कार्य जून माह के प्रथम सप्ताह से शुरू होकर तीन अगस्त रक्षा बंधन तक युद्धस्तर पर चलेगा। सभी भक्तजन इस कार्य में बढ़-चढ़कर सभी शिव भक्त सहयोग दें। उन्होंने कहा कि भोले बाबा की महिमा अपरंपार है। जो भक्त अपनी दिनचर्या भगवान शंकर की स्तुति करके शुरू करता है, उसे जीवन में कभी भी किसी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ता। इस मौके
शिव रूद्र जन कल्याण संस्था के प्रधान गौरव शर्मा, शशि पाल व लाला सुभाष चीटू ने बताया कि कल समापन अवसर पर पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह भी कार्यक्रम में पहुंच रहे हैं। इस दौरान पार्षद डॉ. राजेंद्र कुमार, पार्षद अनीता शर्मा, कार्तिक गोस्वामी, राजेश कुमार, अमृत लाल, शशि पाल, नमस्कारी देवी, अनुज शर्मा, इंदु शर्मा, पूनम शर्मा, विद्या देवी, नीलम कुमारी, आशा कुमारी, मंजू शर्मा व पिंकी शर्मा सहित बड़ी संख्या में भक्तजनों ने प्रभु के नाम का सुमिरन किया।