दत्तात्रेय जी की पूजा से करने से मिलता है जीवन में उचित मार्गदर्शन
दत्तात्रेय जयंती के उपलक्ष्य में न्यू प्रीत नगर में बुधवार को धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, नंगल: दत्तात्रेय जयंती के उपलक्ष्य में न्यू प्रीत नगर में बुधवार को धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। औषधीय गुणों वाली वाटिका में आयोजित कार्यक्रम के दौरान योगाचार्य आरएस राणा ने पौधे लगाकर जयंती मनाने के महत्व बारे आम लोगों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि भगवान दत्तात्रेय त्रिदेवों के संयुक्त स्वरूप माने जाते हैं। इनके अंदर गुरु और ईश्वर दोनों का स्वरूप निहित है। इनके तीन मुख और छह हाथ हैं, स्वरुप त्रिदेवमय है। उन्होंने कहा कि भगवान दत्तात्रेय की उपासना तत्काल फलदायी होती है और इससे कष्टों का शीघ्र निवारण होता है। इनकी पूजा से व्यक्ति के ऊपर किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा का असर तक नहीं होता है। योगाचार्य ने बताया गया कि सभी अपने निवास पर भगवान दत्तात्रेय के चित्र या प्रतिकृति की स्थापना करके उन्हें लगातार पीले फूल और पीली चीजें अर्पित करते रहें। इस अवसर पर जीतराम फोरमैन, जोगिंदर राणा, शीश पाल, कैप्टन संतोख सिंह, किशन चंद, राहुल, कैलाश, रमेश, दर्शन, विनोद कुमार, राकेश कुमार व शिव कुमार आदि ने भी विगत की तरह भविष्य में भी दत्तात्रेय जी के बताए रास्तों पर चलने का संकल्प दोहराया।