सत्य और धर्म का सूर्य सदा चमकता रहेगा
संसार में वही मनुष्य सचमुच में धनवान है जिसके हृदय में प्रभु की भक्ति निवास करती है।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी: संसार में वही मनुष्य सचमुच में धनवान है, जिसके हृदय में प्रभु की भक्ति निवास करती है। ये बातें प्रवचन राष्ट्रीय संत महंत मोहन गिरि जी महाराज सरथली वालों ने शिव मंदिर में चल रही भागवत कथा के तीसरे दिन कहीं । उन्होंने कहा कि सच्चाई की सदैव विजय हुई है। जिस प्रकार सारे संसार का अंधेरा मिलकर भी सूर्य को निकलने से नहीं रोक सकता है, उसी तरह से सत्य एवं धर्म का सूर्य सदा चमकता रहेगा। झूठ, कपट एवं पाखंड के अस्तित्व को अंधेरे की तरह मिटना ही पड़ेगा। उन्होंने संगत को उपदेश देते हुए कहा कि हमें जीवन में अमृत ग्रहण करना है न कि विष । इस मौके पर कथावाचक पंडित नीलकंठ जी हिमाचल प्रदेश वालों ने भी कहा कि संसार की आग से परेशान जीव के लिए भागवत कथा शीतल छाया जैसी है। प्रभु से नाता जोड़े बिना जीवन कृतार्थ नहीं होता। ईश्वर में दृढ़ निष्ठा से कठिन कार्य भी सरल हो जाते हैं। परमात्मा की प्राप्ति में मनुष्य जितना स्वतंत्र है, उतना और किसी भी कार्य में नहीं। भगवान में अपनापन देखना भागवत कृपा प्राप्त करने का सबसे श्रेष्ठ साधन है। इस मौके पर नरिदर चोपड़ा ने संगत के लिए लंगर का आयोजन किया गया। इस दौरान महेश कौशल, आचार्य दवेंद्र शर्मा, आचार्य नत्यानंद जी, आचार्य दविदर जोशी सहित अन्य संगत उपस्थित थी।