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संत भूरी संप्रदाय की मानवता के कल्याण के लिए सेवाएं कम नहीं

संत भूरीवाला संप्रदाय द्वारा मानवता के कल्याण के लिए दिए गए उपदेश और भक्तों को दी जा रही सुविधाएं आज नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 08:06 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 08:06 PM (IST)
संत भूरी संप्रदाय की मानवता के कल्याण के लिए सेवाएं कम नहीं
संत भूरी संप्रदाय की मानवता के कल्याण के लिए सेवाएं कम नहीं

संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब: संत भूरीवाला संप्रदाय द्वारा मानवता के कल्याण के लिए दिए गए उपदेश और भक्तों को दी जा रही सुविधाएं आज नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। रामपुर बचोली में संत भूरीवाले खाद्य क्षेत्र द्वारा स्वामी आत्मानंद जी डोल प्रधान प्रबंधक की देखरेख में संगतों और भक्तों को प्रदान की जा रही सुविधाओं की आज बहुत आवश्यकता है। यह बातें पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने संत सम्मेलन के मौके पर संत भूरीवाला खाद्य क्षेत्र रामपुर बचोली में संगत को संबोधित करते हुए कहीं।

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उन्होंने कहा कि इस स्थान पर सहज लंगर, आवास, चिकित्सा और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना आयोजकों और स्थानीय लोगों की एक बड़ी उपलब्धि है। हर साल श्रावण अष्टमी मेला के अवसर पर श्री नैना देवी माथा टेकने के लिए जाने वाले तीर्थयात्री संत भूरीवाला आश्रम में हर सुविधाओं का लाभ उठाते हैं। यहां पर लंगर, आवास और चिकित्सा सेवाएं जारी हैं। इस मौके पर संत आत्मा नंद जी भूरी वालिया ने स्पीकर राणा केपी सिंह को सम्मानित किया। इस दौरान उनके साथ एसडीएम केशव गोयल, चेयरमैन जिला योजना कमेटी रमेश चंद्र दसग्राई, स्वामी अमृता नंद, स्वामी प्रकाश नंद, स्वामी राम तीरथ, स्वामी अर्जन नंद, सतपाल सिगला, भगवंत सिंह लाडी, चौधरी भगत राम चौहान, नजर सिंह , राकेश धुरी, कुलदीप चंद, राजपाल , सतीश सिगला, प्रेम कौशल व दया राम कोशल और बालू राम ठेकेदार भी उपस्थित थे। 108 शिव मंदिरों में पहुंचाया जाएगा गंगाजल: अठवाल संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब: कोरोना महामारी के कारण हमारे देश के रीति रिवाज बहुत ज्यादा प्रभावित हुए हैं। यही कारण है कि इस बार कोरोना के कारण कांवड़ यात्रा पर पाबंदी लगी हुई है। इससे मंदिरों में सावन माह की अर्चना अराधना के लिए गंगा जल की भारी कमी है। यह बातें जतिदर सिंह अठवाल ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल को देखते हुए जिले में गंगा जल कमेटी का गठन किया गया है और इस कमेटी ने हरिद्वार जाकर 108 कैनियों में गंगाजल भर कर आनंदपुर साहिब लाया गया है, जोकि आने वाले समय में 108 प्राचीन शिव मंदिरों में पहुंचाया जाएंगा। इसके लिए सभी सदस्यों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। इस मौके डा. ईश्वर चंद्र सरदाना, सरपंच मनोहर लाल खमेड़ा, अलका एरी, प्रतीक आहलूवालिया, राजेश कुमार चौधरी, एडवोकेट सतवीर राणा, केके बेदी, दविदर वर्मा, शाम सुंदर पराशर, महेश कालिया, अनिल बाऊ, नरेश चावला, सुभाष ऐरी व हैपी खमेड़ा भी उपस्थित थे।


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