कर्मचारियों का वेतन न बढ़ाने पर प्रबधन के खिलाफ खोला मोर्चा
घनौली इंप्लाइज फेडरेशन पीएसइबी थर्मल यूनिट रूपनगर और कांट्रैक्ट कर्मचारी यूनियन ने थर्मल प्लांट के मेन गेट के समक्ष जोरदार रोष प्रदर्शन किया।
संवाद सूत्र, घनौली
इंप्लाइज फेडरेशन पीएसइबी थर्मल यूनिट रूपनगर और कांट्रैक्ट कर्मचारी यूनियन ने थर्मल प्लांट के मेन गेट के समक्ष जोरदार रोष प्रदर्शन किया। इस मौके संबोधन करते जत्थेबंदी के राज्य प्रधान हरमेश सिंह धीमान ने कहा कि कम से कम वेतन सहायक लेबर कमिशनर मोहाली की अदालत द्वारा अमरजीत सिंह महासचिव कांट्रेक्टर कर्मचारी यूनियन और मुख्य इंजीनियर थर्मल प्लांट रूपनगर के बीच चल रहे केस में 19अप्रैल 2018 को थर्मल प्लांट में काम कर रहे कांट्रैक्ट र्कमचारियों के हक में फैसला दिया गया था कि तजुर्बे के आधार पर कांट्रैक्ट कर्मचारियों के वेतन में तीन माह के अंदर बढ़ोतरी की जाए। लेबर कमिशनर के इस फैसले को लागू करवाने के लिए जत्थेबंदी की तरफ से मुख्य इंजीनियर थर्मल प्लांट रूपनगर को कई बार लिखित और जुबानी तौर पर निवेदन किया है और इस संबंधी डायरेक्टर प्रशासनिक सीएमडी पावरकाम और डिप्टी कमिश्नर रूपनगर को भी मांगपत्र दिया गया हैं, लेकिन पावरकॉम और थर्मल मैनेजमेंट की तरफ से अड़ियल व्यवहार अपनाते हुए इस फैसले को अभी तक लागू न करके माननीय अदालत की तौहीन की जा रही है। इसके अलावा थर्मल प्लांट की रिहायशी कॉलोनियों की सड़कें, नहर वाली सड़क और थर्मल प्लांट की अंदरूनी सड़कें बिल्कुल टूट चुकी हैं, जिस कारण आए दिन कालोनी और नजदीक के गांवों के निवासियों के साथ हादसे हो रहे हैं। इस मसले संबंधी भी जत्थेबंदी की तरफ से लिखित और जुबानी तौर पर कई बार पावरकॉम और थर्मल प्लांट की मैनेजमेंट को कहा गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की इन मांगों को लगातार न माने जाने के कारण आज जत्थेबंदी को रोष प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने थर्मल प्लांट मैनेजमेंट को चेतावनी दी कि इन मामलों का जल्द हल किया जाए, नहीं तो जत्थेबंदी ओर तीखा संघर्ष करने के लिए मजबूर होगी। इस रोष रैली में वेद प्रकाश दिवेदी, सुरिदर सिंह छिदा, शेर बहादुर, बलविदर सिंह, कुलदीप सिंह मिनहास, अमरजीत सिंह, सुरिदर पाल आदि नेताओं ने भी संबोधन किया।