बेसहारा पशुओं की समस्या हुई विकराल, किसान की फसल हो रही बर्बाद
आनंदपुर क्षेत्र के गांवों में जंगली जानवर ही नहीं बल्कि बेसहारा पशु किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब: आनंदपुर क्षेत्र के गांवों में जंगली जानवर ही नहीं, बल्कि बेसहारा पशु किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। और तो और ये पशु सड़कों पर झुंड बनाकर घूमते हुए हादसे का कारण बन रहे हैं। गांव लोदीपुर, मटोर, निक्कूवाल, गजपुर, हरीवाल, बुर्ज, मेहंदली कलां, कोटला, मिडवा, बड्डल, गंगूवाल, मांगेवाल, बीकापुर लोअर, बासोवाल, बीकापुर अप्पर, बणी, थप्पल, मियांपुर, अगमपुर टप्परियां गरां ,घनारू चंडेश्वर महरौली आदि गांवों समेत चंगर क्षेत्र के करीब तीन दर्जन गांवों में भी किसानों की फसल को बेसहारा पशु बर्बाद कर रहे हैं। कई किसान इनकी वजह से चोटिल हो चुके हैं। किसान फसल की रात के समय जागकर रखवाली कर रहे हैं। दूसरी ओर, मजारा मेन रोड के पास, चरणगंगा पुल , रेलवे स्टेशन , पांच प्यारा पार्क, निक्कूवाल मोड़ , नगर कौंसिल के दफ्तर, चरण गंगा स्टेडियम, वीआइपी पार्किंग, भाई जैता जी सिविल अस्पताल, वीआइपी रोड ,फौजी पुल के पास भी बेसहारा पशु झुंड के रूप में घूमते हुए लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। गांव झिजड़ी के पास पूर्व में आधा दर्जन के करीब व्यक्ति बेसहारा पशुओं की वजह से गंभीर चोटिल हो चुके हैं। इनके कारण ही एक सेवामुक्त अध्यापक की मौत भी हो चुकी है। काउसेस का नहीं निकला सकारात्मक नतीजा उल्लेखनीय है कि देश में दो से 20 प्रतिशत तक गाय कर (काउसेस) लगाने वाला पंजाब भारत का पहला राज्य 2016 की अकाली भाजपा सरकार समय बना था। इसके बाद दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इस कर में से कुछ हिस्सा गोशाला के नर्माण और उसमें गाय के भोजन के लिए निश्चित किया गया था, पर इसका कोई सकारात्मक नतीजा अब तक नहीं निकल पाया है। इस संदर्भ में हरदीप सिंह, मलकीत सिंह ,सुच्चा सिंह ,हरजाप सिंह,जोगा सिंह, हरतेगवीर सिंह आदि ने मांग की है कि बेसहारा पशुओं को गोशाला में रखा जाए, ताकि यह लोगों की कीमती जाने तथा किसानों की फसलों को किसी तरह का भी नुकसान न पहुंचा सकें। गोशाला छोड़े जाएंगे पशु: एसडीएम ऊधर एसडीएम आनंदपुर साहिब कन्नू गर्ग ने बताया कि जिस तरह नंगल नगर कौंसिल की ओर से बेसहारा पशुओं को पकड़कर सूखेमाजरा की गोशाला में छोड़ा जा रहा है, इसी तरह ही आनंदपुर साहिब नगर कौंसिल की ओर से भी बेसहारा पशुओं को पकड़कर सुखेमाजरा (नूरपुरबेदी) गोशाला में छोड़ा जाएगा।