वैसाखी मेला स्थल पर लगे मलबे के ढेर
दशकों से पंजाबी संस्कृति के अनुसार सतलुज दरिया के किनारे नंगल में लगते आ रहे वैसाखी मेला स्थल पर स्वच्छता व सफाई का अभाव साफ नजर आ रहा है।
सुभाष शर्मा, नंगल: दशकों से पंजाबी संस्कृति के अनुसार सतलुज दरिया के किनारे नंगल में लगते आ रहे वैसाखी मेला स्थल पर स्वच्छता व सफाई का अभाव साफ नजर आ रहा है। हालाकि यहा पेवर ब्लाक लगाकर सड़क मार्ग का निर्माण तो किया गया है, फिर भी दरिया किनारे वाले इस इलाके में झाड़ियों के जंगल तथा लग चुके मलबे के ढेर इस बार मेले में आने वाले लोगों के लिए परेशानी बनने जा रहे हैं। इस बार तो वैसे भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि यहा वैसाखी के दिन दूरदराज गावों व शहर से आने वाले लोगों के लिए जरूरी स्वच्छता का वातावरण पैदा किया जाए।
बता दें कि इस वैसाखी मैदान में मलबे के ढेर तथा झाड़ियों के जंगल उग चुके हैं। यहा मेले में आने वाले लोगों को धूल मिट्टी के प्रदूषण की परेशानी झेलनी पड़ेगी। अभी तक यहा प्रशासन की ओर से कोई जरूरी प्रबंध नहीं किए गए हैं। मेले में आकर बच्चे व जवान खूब आनंद उठाते हैं ,साथ ही नंगल डैम झील में वोटिंग करने के लिए भी इस दिन लोगों का सैलाब उमड़ता है। शहर के लोगों नानक सिंह बेदी, प्रमोद पुरी, राजेश शर्मा, विनोद पराशर, सुरेश प्रभाकर ने माग की है कि मेले के लिए स्वच्छता के पूरे प्रबंध किए जाएं। प्रशासन को जल्द जहा शौचालयों, स्वच्छ पानी तथा मलबे के ढेरों को साफ कर झाड़ियों के जंगल भी हटाने चाहिए, ताकि यहा वैसाखी के दिन आने वाले हजारों लोग सुविधाजनक वातावरण में मेले का आनंद ले सकें जल्द करवाएंगे सफाई
फोटो 7 एनजीएल 16 में है।
आज खुद इस स्थल का दौरा करेंगे। सफाई जैसे जरूरी इंतजाम जल्द करवाने की दिशा में भी कार्रवाई की जाएगी। सभी वैसाखी के दिन मेले में कोविड 19 गाइडलाइन का पालन जरूर करें।
एचएल कंबोज, डिप्टी चीफ इंजीनियर, बीबीएमबी ।