अभिभावकों से चर्चा के बाद ही खालेंगे स्कूल
पंजाब सरकार ने 30 अप्रैल तक सारे शिक्षण संस्थानों को बंद रखे जाने का फरमान जारी किए जाने के बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने 12 अप्रैल से स्कूलों को खोलने बारे जो फैसला लिया था वह फिलहाल टल सकता है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: पंजाब सरकार ने 30 अप्रैल तक सारे शिक्षण संस्थानों को बंद रखे जाने का फरमान जारी किए जाने के बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने 12 अप्रैल से स्कूलों को खोलने बारे जो फैसला लिया था, वह फिलहाल टल सकता है। सरकार के जारी फरमान के बाद एसोसिएशन ने बच्चों के अभिभावकों के साथ बात कर उनसे अपील की है कि वे आपस में विचार कर बताएं कि वर्तमान हालातों में स्कूल खोले जाएं अथवा कुछ दिन और इंतजार किया जाए। अभिभावकों की प्रतिक्रिया मिलने के बाद अगले कदम बारे एसोसिएशन की बैठक में विचार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह रूपनगर में हुई जिला प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन में विद्यार्थियों की खराब हो रही पढ़ाई का मुद्दा गंभीरता से उठाते हुए सरकार की हिदायतों पर निशाना साधा गया था। एसोसिएशन के पदाधिकारियों की दलील थी कि राज्य भर में बैठकें, धरने, रैलियां, विवाह व अन्य सार्वजनिक समारोह बिना रोकटोक जारी हैं जबकि सारे बाजार, माल, जिम, खेल स्टेडियम व सिनेमा भी पूरी तरह से खुल चुके हैं । ऐसे में स्कूलों को विशेषकर निजी स्कूलों को बंद करना स्कूल मैनेजमेंटं सहित विद्यार्थियों के साथ अन्याय है । एसोसिएशन ने यह दलील भी दी कि जब सारे प्राइवेट स्कूल सरकारी गाइडलाइन का पूरी गंभीरता के साथ पालन करते हैं, तो स्कूलों को बंद कर स्कूल स्टाफ सहित स्कूल बसों के स्टाफ, शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के भविष्य को साथ खिलवाड़ क्यों की जा रही है। एसोसिएशन ने घोषणा की थी कि अगर सरकार ने 10 अप्रैल तक स्कूलों को खोलने का फैसला नहीं लिया, तो एसोसिएशन से जुड़े सारे स्कूल 12 अप्रैल से खोल दिए जाएंगे। इसके साथ स्कूलों के स्टाफ व बस स्टाफ सहित बच्चों के अभिभावकों व बच्चों ने भी विभिन्न माध्यम से जिला प्रशासन व सरकार से स्कूलों को खोले जाने की गुहार लगानी शुरू कर दी थी। सरकार ने किसी की बात नहीं सुनी और 30 अप्रैल तक सारे स्कूलों को बंद रखे जाने का फरमान जारी कर दिया। इस पर जब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखजिदर सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि एसोसिएशन सरकार के खिलाफ नहीं चलना चाहती, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि स्कूल बंद रहने से विद्यार्थियों की पढ़ाई व शिक्षकों की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है।