लौटने लगी गुरु की लाडली फौज, अब तलवंडी साबो में लगेंगे डेरे
जिले के अंतर्गत पड़ती पंथक नगरी कीरतपुर साहिब तथा आनंदपुर साहिब में 24 मार्च से 29 मार्च तक चला होला महल्ला संपन्न हो गया है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : जिले के अंतर्गत पड़ती पंथक नगरी कीरतपुर साहिब तथा आनंदपुर साहिब में 24 मार्च से 29 मार्च तक चला होला महल्ला संपन्न हो गया है। अब गुरु की लाडली फौजें एवं निहंग सिंहों ने 96 करोड़ी निहंग छावनी सहित शहीदी बाग एवं गुरुद्वारा अंगीठा शहीदां दा से कूच करना शुरू कर दिया है। विभिन्न मिसलों से जुड़े निहंग सिंह अपने अपने दल एवं मिसल के प्रमुख से गुरु नगरी तलवंडी साबो पहुंचने का निर्देश लेते हुए कीरतपुर साहिब-रूपनगर हाईवे पर तलवंडी साबो की तरफ बढ़ते देखे जा सकते हैं।
हजारों की संख्या में निहंग सिंहों के टोले आनंदपुर साहिब में पंथ के वीर रस का प्रदर्शन करने के बाद अब गुरु नगरी तलवंडी साबो में डेरा डालेंगे। एसजीपीसी द्वारा प्रमाणित बाबा बुड्ढा दल के निहंग मुखी एवं 96 करोड़ी निहंग छावनी के प्रमुख बाबा बलबीर सिंह अकाली ने बताया कि यहां से कूच करने के बाद सारी मिसलों के निहंग सिंह अपने घोड़ों व शस्त्रों के साथ तलवंडी साबो में एकत्रित होंगे वहां बैसाखी का पर्व शान से मनाते हुए पंथ के वीर रस का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार आनंदपुर साहिब में प्रशासन द्वारा तथा एसजीपीसी के द्वारा किए गए तमाम प्रबंध सराहनीय रहे जबकि कोरोना के बावजूद संगत में उत्साह भी देखने को मिला।
इस मौके उन्होंने पंथ के वीर रस के खुले प्रदर्शन के लिए चरण गंगा स्टेडियम में और सुधार की जरूरत पर बल दिया। निहंग मुखी ने उम्मीद जताई कि पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल सिंह जरूर इस जरूरत पर ध्यान देंगे। उन्होंने बताया कि होला महल्ला जोड़ मेले के दौरान बाबा बुड्ढा दल के साथ जुड़े नए निहंग सिंहों को जहां पारंपरिक शस्त्र धारण करवाए गए हैं वहीं दल के नियम अनुसार उनके बाकायदा लाइसेंस भी बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि होला महल्ला में पहुंची सारी मिसलों के प्रमुखों को सम्मानित किया गया।