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महिला अफसर को मैसेज भेजने पर बोले चन्नी, इतनी बड़ी बात नहीं थी जितनी बना दी गई

पंजाब के कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी ने महिला आइएएस अफसर को मैसेज भेजने के मामले में अपनी पूरी सफाई दी है। उन्‍होंने कहा कि जितना बड़ा मामला बना दिया गया उतनी बात नहीं थी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 09:26 AM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 09:26 AM (IST)
महिला अफसर को मैसेज भेजने पर बोले चन्नी, इतनी बड़ी बात नहीं थी जितनी बना दी गई
महिला अफसर को मैसेज भेजने पर बोले चन्नी, इतनी बड़ी बात नहीं थी जितनी बना दी गई

रूपनगर, [अजय अग्निहोत्री]। महिला आइएएस अधिकारी को आपत्तिजनक मैसेज भेजने के आरोपों का सामना कर रहे कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने विदेश से लौटते ही मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। अपने विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में उन्होंने मीडिया का सामना किया। इस दौरान वह खुद पर लगे आरोपों को लेकर कुछ विचलित दिखे, लेकिन सवालों के जवाब बहुत शांत तरीके से दिए। उन्‍हाेंने कहा कि इतनी बड़ी बात नहीं थी जितनी बना दी गई।

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महिला आइएएस अधिकारी को आपत्तिजनक मैसेज भेजने के विवाद के पीछे अकाली दल की साजिश बताया

उन्होंने कहा कि इस विवाद का दो माह पहले ही समाधान हो गया था। उनके तथा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ङ्क्षसह के विदेशी दौरे के दौरान इसे मीडिया में उछाला गया। बिना आग के धुआं उठाया जा रहा है। चन्नी ने पंजाबी में कहा, एन्नी गल्ल नई सी जिन्नी बणा दित्ती गई ऐ।

बोले- मैैं दलितों की आवाज उठाता रहता हूं, इसलिए मुझे टारगेट किया जा रहा

पूरी बातचीत में उनके निशाने पर अकाली दल रहा और इस विवाद को तूल देने के लिए उन्होंने उसे ही दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि दलितों की आवाज व बरगाड़ी कांड का मुद्दा उठाने के कारण अकाली दल द्वारा उन्हें टारगेट किया जा रहा है। पहले भी वह मेरे ऊपर आरोप लगाता रहा है। जब कोठी से आगे सड़क वाला मामला हुआ था तब भी अकाली दल ने उसे 'गुड लक' सड़क बताकर मुझे बदनाम करने की कोशिश की थी।

उन्होंने यह भी कहा, मुख्यमंत्री का यह अधिकार है कि वह जिसका चाहें इस्तीफा ले सकते हैैं। उनका कोई भी फैसला मुझे स्वीकार है। फिलहाल मेरी उनसे बात नहीं हुई है। चूंकि मैं खुद बेलारूस गया था और मुख्यमंत्री भी देश से बाहर हैं। जब वह आएंगे तब उनसे बात होगी। पेश है चन्नी से बातचीत के प्रमुख अंश-

आपके विदेश में रहते हुए महिला आइएएस के आरोपों को लेकर जो विवाद हुआ है, उसके पीछे क्या कारण हैं?

मैं बरगाड़ी कांड और दलितों के हकों के लिए लड़ता आ रहा हूं। इसलिए अकाली दल ने मेरे खिलाफ ये मुद्दा उठाया है और मुझे बदनाम करने की साजिश रची है। मैसेज भेजने का मामला करीब दो माह पुराना है। जो मैसेज किया गया, वो गलती से गया। न तो मुझे कोई गलत (अश्लील) मैसेज भेजने की किसी की हिम्मत है और न ही मैंने किसी को गलत किया है। मैंने मैसेज तो कई लोगों को भेजा था। बाद में पता चला कि महिला अधिकारी को भी चला गया है। यह मैसेज किसी ने मुझे सेंड किया था, जो आगे सेंड किया। मैसेज अश्लीलता भरा नहीं था।

आप कहते हैं कि यह अकाली दल की साजिश है। चर्चा तो यह है कि आप की पार्टी के लोगों ने ही इस मुद्दे को हवा दी है। इस पर आप क्या कहना है?

मेरी पार्टी का मेरे खिलाफ गलत प्रचार करने का मतलब ही नहीं है। मेरे खिलाफ अकाली दल है। अकाली दल पहले भी मेरे खिलाफ साजिशें रचता रहा है। गैरकानूनी खनन में मेरा नाम घसीटा गया। पर्चा भी दर्ज करवाने की साजिश की गई।

 आपका मुख्यमंत्री कैप्टन अमङ्क्षरदर ङ्क्षसह से छत्तीस का आंकड़ा जगजाहिर है। चर्चा है कि आपको मंत्री बनाने की बात हो या पोर्टफोलियो देने की, हर बार राहुल गांधी की दखलंदाजी से ही आपकी बात बनी है। हाईकमान से आपकी नजदीकी की वजह से इस विवाद की आग में घी तो नहीं डाला गया?

नहीं ऐसा नहीं। कैप्टन ने ही मामले के बारे में स्थिति स्पष्ट कर दी थी, जबकि मैं विदेश में था। मेरे विदेशी दौरे के दौरान हल हो चुका था और बाद में यह मामला अखबारों की सुर्खियां बना।

इस मामले को लेकर पहले दिन मीडिया या किसी भी तरफ से आपके नाम की पुष्टि नहीं थी। मुख्यमंत्री ने प्रेस नोट जारी करके एक तरह से आपके नाम की पुष्टि कर दी। इस पर आप का क्या कहना है?

अब जब विवाद ही मेरे साथ संबंधित था, तो प्रेस नोट में मेरा नाम स्पष्ट होना ही था।

आप कहते हैं कि मैसेज गलती से महिला आइएएस अधिकारी को सेंड हो गया था। अधिकारी का आरोप है कि वह जब आपके हलके में एसडीएम थीं तब भी आप बार-बार मैसेज भेजकर तंग करते थे। आखिर एक तरह की गलती आप से बार-बार कैसे हो रही है?

महिला अधिकारी से माफी मांगने के बाद मामला खत्म हो चुका है। मैंने एक बार ही मैसेज किया था। वो भी गलती से हुआ था।

महिला आइएएस अधिकारी के साथ कुछ गलत होता है। वह अपनी बात लोगों के सामने लाती हंै। आप कहते हैं कि यह सियासी साजिश है। आप ही बताएं कि सियासी साजिश में महिला अधिकारी आपको बेवजह बदनाम करने के लिए ऐसी बात को लोगों के सामने क्यों लाएंगी?

मैं महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूं। मेरे स्टाफ में जो महिलाएं हैं, उनसे जाकर मेरे व्यवहार के बारे में पूछा जा सकता है। मेरी महिला से बात हो गई थी और मैंने माफी मांग ली थी।

पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने क्या आप से संपर्क किया है, पूछताछ के लिए बुलाया है?

मुझसे महिला आयोग की तरफ से कोई संपर्क नहीं किया गया। जब मीडिया ने महिला आयोग से पूछा, तो आयोग ने स्पष्ट कर दिया कि उसके पास इस संबंध में कोई शिकायत नहीं है।

नवजोत सिंह सिद्धू ने तीन दिन पहले इस प्रकरण पर कहा था कि जो महिलाओं का सम्मान नहीं करता है समाज भी उसका सम्मान नहीं करता। इस पर आप क्या कहेंगे?

अब मामला ही समाप्त हो चुका है तथा कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू के बयान के बारे में मुझे पता नहीं है। मैं देा दिन पहले ही विदेश से लौटा हूं।

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बार-बार बयान क्यों बदल रहे चन्नी : शिअद

चंडीगढ़ : शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीपीएस विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि चन्नी बार-बार बयान बदल रहे हैं। पहले कहा था कि शाम के समय मेरे पास मोबाइल नहीं रहता। अब कम से कम उन्होंने यह स्वीकार तो कर लिया किगलती से मैसेज भेज दिया था। जब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व चन्नी खुद स्वीकार कर रहे हैं कि मैसेज भेजा गया और महिला अधिकारी से माफी मांगी गई तो फिर इसमें राजनीति किस बात की है। चन्नी की गलती माफी के लायक नहीं है।


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