10 दिन पहले की गई कार्रवाई के बाद फिर से भीख मांगने लगे बच्चे
रूपनगर जिले अंदर के विशेषकर रूपनगर शहर में भीख मांगने वाले बच्चे जिला बाल सुरक्षा विभाग को ठेंगा दिखाते हुए फिर से सक्रिय हो गए हैं।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: जिले अंदर के विशेषकर रूपनगर शहर में भीख मांगने वाले बच्चे जिला बाल सुरक्षा विभाग को ठेंगा दिखाते हुए फिर से सक्रिय हो गए हैं। दर्जनों की संख्या में यह बच्चे सुबह से लेकर शाम होने तक आम लोगों को परेशान कर रहे हैं। हालांकि 10 दिन पहले दैनिक जागरण में इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद जिला बाल सुरक्षा विभाग हरकत में आया था। इस दौरान चार बच्चों को पकड़कर उनके परिजनों के हवाले भी किया था ,पर ऐसे बच्चे फिर से भीख मांगने लग पड़े हैं। हालांकि बच्चों से भीख मंगवाना या भीख मांगना दोनों की अपराध की श्रेणी में आते हैं, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बच्चों से भीख मंगवाना अपराध की श्रेणी में आता है। अगर कोई बच्चा भीख मांगता हुआ पकड़ा जाता है, तो उसके लिए तो काउंसिलिग का प्रावधान है। पकड़े जाने वाले बच्चे के माता-पिता एवं अभिभावक को सजा हो सकती है। इस संबंधी जुवेनाइल जस्टिस एक्ट 2015 की धारा 76 के तहत पांच साल की सजा या एक लाख रुपये तक जुर्माना अथवा दोनों सजा भी हो सकती हैं, लेकिन आज तक ऐसे मामलों में किसी को सजा दिलाना तो दूर, कोई मामला तक दर्ज नहीं हुआ।
जिले में भीख मांगने के मामलों में लगातार चेकिग की जाती है। अभी तक ऐसे मामलों में दो साल में 56 बच्चों को रेसक्यू किया जा चुका है। इन्हें बाद में उनके माता-पिता से दोबारा भीख न मांगने के के लिए लिखित रूप से लेते हुए उनके हवाले किया गया है। विभाग की लगातार कोशिश है कि बच्चे भीख मांगना छोड़ स्कूलों में जाकर किताबें थामें, ताकि इनका जीवन संवर सके। अगर किसी को कोई बच्चा भीख मांगता दिखे , तो टोल फ्री नंबर 1098 या फोन नंबर 01881-222299 पर सूचना दें, ताकि इस प्रचलन को रोका जा सके।
राजिदर कौर , जिला बाल सुरक्षा अफसर।