मां सरस्वती की प्रतिमा सतलुज में की विसर्जित
जागरण संवाददाता, नंगल : बसंत पर्व पर प्रतिष्ठापित की गई मां सरस्वती की विशाल प्रतिमा बुधवार को
जागरण संवाददाता, नंगल : बसंत पर्व पर प्रतिष्ठापित की गई मां सरस्वती की विशाल प्रतिमा बुधवार को रेलवे रोड से शोभायात्रा निकालकर नंगल डैम झील में विसर्जित की गई। 15वें भव्य धार्मिक कार्यक्रम में भक्तों ने पूजा करके विसर्जन के लिए निकाली शोभायात्रा में भंगड़ा डाल कर व गुलाल फैंककर जश्न मनाते हुए मां का गुणगान किया। इस अवसर पर सुनील कुमार, हरीश कुमार, परेशर मांझी, संजू मंडल, योगेश सचदेवा, खुशी लाल, राज कुमार, सुखदेव यादव, सुमोद जसवाल, शाली राम यादव, शंभू मंडल आदि भक्तों ने मां की जय-जयकार करके लोक कल्याण की कामना की।
वहीं श्री ऊषा मंदिर अड्डा मार्केट में माघ मास के गुप्त नवरात्रों के उपलक्ष्य में चल रहे विष्णु महायज्ञ में भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए महंत साध्वानंद महाराज ने कहा कि मां सरस्वती की पूजा को सर्वोत्तम माना गया है। ज्ञान के बल पर ही महान ऋषि-मुनि साधारण मनुष्य से पूज्यनीय बनें। ज्ञान ही है जो किसी प्रतियोगिता में रंक को भी राजा बनाने की क्षमता रखता है। हिंदू धर्म में ज्ञान की देवी मा सरस्वती को माना जाता है। संसार में फैली उदासी और अज्ञानता को समाप्त करने के लिए ब्रहमा जी द्वारा सरस्वती जी की रचना हुई। मान्यता है कि कलयुग में जो देवी दुर्गा के सरस्वती स्वरूप को प्रसन्न कर ले, उसके लिए तीनों लोकों की सभी वस्तुएं आसानी से प्राप्त हो जाती हैं। अगर आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता या आप खुद अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रहें हैं तो मा सरस्वती की पूजा करना काफी लाभदायक सिद्ध होगा।
कार्यक्रम में मंदिर कमेटी के प्रधान जीत राम शर्मा, राम पाल जैरथ, धर्मपाल, नंद किशोर, जगदीश चोपड़ा, सतीश बत्तरा, राजन चोपड़ा हैप्पी, पंकज बत्तरा, शोभा राणा, संतोष रानी, काता रानी, सुदेश, नीलम कुमारी, आशा रानी, सुमन रानी मौजूद रहीं।