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नहरों के किनारे धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं खैर के पेड़

शहर के निकट नहरों के किनारों के सुनसान इलाके क्त्राइम के अड्डे बने हुए हैं। आए दिन जहा पुलिस आपराधिक व गैरकानूनी धंधे करने वालों को दबोच रही है वहीं अब जरूरत समझी जा रही है कि इस इलाके में वृक्षों के हो रहे अंधाधुंध कटान को भी जल्द रोका जाए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 05:55 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 05:55 PM (IST)
नहरों के किनारे धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं खैर के पेड़
नहरों के किनारे धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं खैर के पेड़

जागरण संवाददाता, नंगल : शहर के निकट नहरों के किनारों के सुनसान इलाके क्त्राइम के अड्डे बने हुए हैं। आए दिन जहा पुलिस आपराधिक व गैरकानूनी धंधे करने वालों को दबोच रही है वहीं अब जरूरत समझी जा रही है कि इस इलाके में वृक्षों के हो रहे अंधाधुंध कटान को भी जल्द रोका जाए।

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शनिवार को दोपहर के समय ही कुछ लोग सरेआम खैर के पेड़ काट रहे थे। इससे पहले भी नहरों के किनारों पर खड़े हो चुके प्राकृतिक जंगलों पर माफिया की कुल्हाड़ी लगातार चल रही है। इसके चलते कई हरे भरे पेड़ काटे जा चुके हैं। शनिवार दोपहर के समय दिन-दहाड़े गाव डूकली के पास पेड़ों का अवैध कटान जारी था। जब पेड़ काट रहे लोगों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे अपने खेतों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए ही पेड़ काटकर बाड़ लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वन विभाग के एक अधिकारी ने उन्हें इसकी अनुमति दी है कि वे पेड़ काटकर अपने खेतों को बाड़ लगा लें। बता दें कि शहर के आगे धार्मिक स्थानों के आस-पास नहरों के सुनसान इलाकों में अन्य प्रतिबंधित धंधे भी चल रहे हैं जिसके चलते रात के समय इन इलाकों से गुजरना खतरे से खाली नहीं है । काटे गए पेड़ वन विभाग के नहीं

वन विभाग के रेंज अधिकारी रणजोध सिंह ने कहा है कि उनका विभाग पूरी तरह से सक्त्रिय है। पेड़ों का अवैध कटान रोकने के लिए लगातार ड्यूटी दी जा रही है। जहा पेड़ काटने की सूचना मिली है वे क्षेत्र वन विभाग के अंतर्गत नहीं बल्कि महकमा पावर कॉम के नहरी विभाग के अंतर्गत आता है।


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