प्रभू कृपा के लिए मर्यादित चरित्र जरूरी: बाबा बाल जी
जागरण संवाददाता, नंगल : लोक कल्याण के लिए संतोषगढ़ में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में राष्ट्र सं
जागरण संवाददाता, नंगल :
लोक कल्याण के लिए संतोषगढ़ में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में राष्ट्र संत बाबा बाल जी महाराज कोटला कलां ऊना वालों ने कहा उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रद्धा व प्रभु के समर्पित होकर की गई भक्ति से ही जीवन में मनुष्य पर प्रभू कृपा बरसती है। प्रभु रक्षा तो हर हालात में हमारी करते हैं, लेकिन इसके लिए हमें प्रभू की कृपा का पात्र बनना पड़ता है। परमात्मा की कृपा का महत्व बताते हुए बड़ी से बड़ी मुसीबतें प्रभू कृपा से टल जाती हैं। यदि प्राणी प्रभू से विमुख हो जाए तो उसके जीवन में अशांति व दुख बढ़ते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान को पाने के लिए सच्ची भक्ति तथा मर्यादाओं वाले चरित्र की जरूरत है तथा जो मनुष्य इन्हे प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहता है, वही प्रभू की कृपा पा सकता है। उन्होंने कहा कि परमात्मा को पाने के लिए सर्वप्रथम काम, क्रोध, लोभ, मोह व अहंकार का परित्याग करना पड़ता है तब जाकर प्राणी के मन में ज्ञान प्राप्ति की गंगा प्रवाहित नहीं होती है तब तक वे भगवान की कृपा का पात्र नहीं बन सकता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालातों में नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं तथा भारतीय संस्कारों से जोड़े रख कर ही हम अपने भविष्य के उज्ज्वल बनने की उम्मीद कर सकते हैं। इस मकसद के लिए धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन बहुत जरूरी हैं।
इंद्र पेलेस में आयोजित कार्यक्रम में हरी राम वेद, सुरेश कुमार, सतीश कुमार, विजय, कर्म चंद, रमेश, राम मूर्ति, मुकेश चब्बा, काका, मूल राज, इंद्र मोहन कपिला आदि सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।