हड़ताल खत्म होने के बाद काम पर लौटे मुलाजिम, पहले दिन 18 रजिस्ट्रियां हुई
रूपनगर पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन के नेतृत्व में पिछले नौ दिनों से जारी स्टाफ की कलम छोड़ हड़ताल शुक्रवार को समाप्त हो गई।
संस, रूपनगर
पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन के नेतृत्व में पिछले नौ दिनों से जारी स्टाफ की कलम छोड़ हड़ताल शुक्रवार को समाप्त हो गई। इसके बाद लघु सचिवालय के विभिन्न दफ्तरों में दफ्तरी कामकाज शुरू हो गया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। दफ्तरों में जैसे स्टाफ ने अपनी सीटों को संभाला, हर सीट के समक्ष कोई न कोई काम करवाने के इंतजार में पिछले नौ दिनों से चक्कर लगाने वालों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। पहले दिन 18 रजिस्ट्रियां हुई। हर कोई अपना काम पहले करवाने के चक्कर में देखा गया क्योंकि आज व कल रविवार को फिर से छुट्टी है। दफ्तरी स्टाफ की अगर बात करें तो हड़ताल से लौटते लगभग हर कर्मचारी ने लोगों की मजबूरी को समझते हुए किसी के काम को करने में कोई आनाकानी नहीं की, जिसके चलते दोपहर होने तक लगभग हर दफ्तर में काम करवाने वालों की भीड़ भी समाप्त हो गई। लघु सचिवालय में काम करवाने आए रूपनगर के दिव्यांग सोनवीर व रणबीर ने बताया कि वे पिछले पांच दिनों से लघु सचिवालय अपने प्लाट की रजिस्ट्री करवाने के लिए आ रहे हैं लेकिन हर दिन हड़ताल के चलते उन्हें निराश लौटना पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि हड़ताल खुलने के बाद उनका काम लगभग पूरा हो गया है जिससे उन्हें राहत मिली है।
इसी प्रकार रूपनगर के गोलू जैन व रितिका जैन ने बताया कि वे सात दिन पहले अपनी माता की पेंशन वाले केस का समाधान करवाने आए थे लेकिन हड़ताल होने के कारण उन्हें वापिस लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि इसके बाद वे बुधवार को दोबारा आए तो पता चला कि हड़ताल वीरवार तक चलेगी जबकि आज हड़ताल समाप्त होने के बाद उन्हें उम्मीद है कि उनकी माता की पेंशन वाला केस सुलझ जाएगा जिससे उनकी माता को पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।
इसके अलावा जिले के गांव भलाण के रहने वाले मंगा ¨सह व नूरपुरबेदी के हरभाग ¨सह ने कहा कि वे पिछले सात दिनों से हड़ताल के खुलने का इंतजार करते आ रहे थे , ताकि वे अपनी जमीन संबंधी केस का समाधान करवाते हुए जमीन की रजिस्ट्री करवा सकें। उन्होंने कहा कि हड़ताल खुलने से उन्हें जहां राहत मिली है , वहीं उनका काम भी बिना देरी के हो गया है जिसके लिए वे स्टाफ के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि जिन दफ्तरों के साथ हर दिन आम पब्लिक को काम पड़ता रहता है उन दफ्तरों में काम करने वालों की सरकार को पहल के आधार पर सुनवाई करनी चाहिए ताकि ऐसी लंबी हड़ताल के कारण आम लोगों को परेशानी न उठानी पड़े। इधर यूनियन के जिलाध्यक्ष कृष्ण ¨सह ने बात करते हुए कहा कि यूनियन ने आम लोगों की परेशानियों को देखते हुए हड़ताल खोली है , लेकिन अगर सरकार ने उनकी मांगों को मंजूर नहीं किया तो 27 फरवरी से दोबारा संघर्ष शुरू किया जा सकता है।