ज्यादातर हादसों का कारण तेज रफ्तार और लापरवाही
रूपनगर रूपनगर की एनसीसी अकादमी में जारी 23 पंजाब बटालियन एनसीसी कैंप का नेतृत्व करते हुए कमां¨डग अफसर कर्नल बावा प्रदीप ¨सह ठाकुर ने आज कैडेट्स को प्रेरित करते हुए कहा कि कैंप दौरान कैडेट्स केवल अनुशासन में रहना ही नहीं सीखते बल्कि अनुशासित कैडेट्स खुद को एक कुशल सैनिक बनने के काबिल भी बना लेते हैं।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
रूपनगर की एनसीसी अकादमी में जारी 23 पंजाब बटालियन एनसीसी कैंप का नेतृत्व करते हुए कमां¨डग अफसर कर्नल बावा प्रदीप ¨सह ठाकुर ने आज कैडेट्स को प्रेरित करते हुए कहा कि कैंप दौरान कैडेट्स केवल अनुशासन में रहना ही नहीं सीखते बल्कि अनुशासित कैडेट्स खुद को एक कुशल सैनिक बनने के काबिल भी बना लेते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि एनसीसी कैंप दौरान हर कैडेट को सेना के जवानों की तरह हर तरह से प्रशिक्षित किया जाता है यहां तक कि कैडेट्स में एक जिम्मेवार नागरिक बनने के साथ साथ उनमें समाज सेवा की भावना का संचार भी किया जाता है। उन्होंने कैडेट्स को सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ खुलकर आवाज बुलंद करने के लिए भी प्रेरित किया।
कैंप के तीसरे दिन के पहले सेशन के दौरान कैडेट्स को ट्रैफिक नियमों के बारे जागरूक किया गया जबकि दूसरे सेशन के दौरान कैडेट्स को नशों के खिलाफ जागरूक करते हुए उन्हें रक्तदान के लिए भी प्रेरित किया गया। पहले सेशन में विशेष रूप से पहुंचे जिला ट्रैफिक प्रकोष्ठ के इंचार्ज एएसआई सुखदेव ¨सह तथा हवलदार हरजाप ¨सह ने कैडेट्स को समझाया कि देश अंदर होने वाले ज्यादातर सड़क हादसों का कारण तेज रफ्तार, लापरवाही व ट्रैफिक नियमों की अवहेलना है। उन्होंने कहा कि अगर वाहन चालक अपने वाहन की रफ्तार को नियंत्रित रखते हुए ट्रैफिक नियमों के दायरे में रहते हुए वाहन चलाए तो सड़क हादसों से बचा जा सकता है। उन्होंने समझाया कि नशा करके वाहन चलाना, बिना सीट बैल्ट वाहन चलाना, बिना हैल्मट दोपहिया चलाना तथा मोबाइल सुनते हुए वाहन चलाना जहां हादसों को न्योता देता है वहीं अपराध की श्रेणी में भी आता है। इस मौके उन्होंने कैडेट्स के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए।
दूसरे सेशन के दौरान विशेष रूप से पहुंची सिविल अस्पताल की काउंसलर मनदीप कौर तथा जसप्रीत कौर ने कैडेट्स को नशों के कारण होने वाले शारीरिक, मानसिक, परिवारिक तथा आर्थिक नुकसान के बारे विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए उन्हें नशों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझना होगा कि देश का भविष्य युवाओं के हाथ में है तथा अगर देश का युवा ही नशेड़ी हो जाएगा तो देश का भविष्य कैसा होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने कैडेट्स को मानवता के हित में रक्तदान करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने समझाया कि रक्तदान श्रेष्ठ दान है जिससे किसी जरूरतमंद की जान को बचाया जा सकता है। यह भी बताया कि हर स्वस्थ व्यक्ति हर छह माह के बाद रक्तदान कर सकता है। इस मौके उन्होंने कैडेट्स द्वारा पूछे सवालों के जवाब भी दिए।
इस मौके प्रबंधकीय अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल मुनीष शर्मा सहित एनसीसी अफसर ह¨रदर ¨सह, एनसीसी अफसर सतनाम ¨सह पुरखाली, एनसीसी अफसर सर्बजीत ¨सह, एनसीसी अफसर नवीन कुमार, एनसीसी अफसर चंद्रेश शौरी, सूबेदार मेजर मुकेश कुमार, ट्रे¨नग क्लर्क सु¨रदरपाल ¨सह, सूबेदार रामेश्वर, नायब सूबेदार भास्कर, सीएचएस दिनेश कुमार, नायब सूबेदार परमजीत ¨सह तथा अकादमी का अन्य स्टाफ हाजिर था।