मुख्य आरोपित की पत्नी ने जांच में शामिल
पनगर जिला बार एसोसिएशन के दो वकीलों पर हुए हमले के मामले में जहां वकील आरोपितों के न पकड़े जाने पर पिछले लगभग एक माह से पुलिस के खिलाफ प्रर्दशन कर रहे हैं वहीं पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत लेने के लिए बाद पुलिस जांच में शामिल होने के लिए पहुंची मुख्य आरोपित की पत्नी ने झगड़े के लिए वकीलों को जिम्मेदार ठहराया व पुलिस पर उनकी शिकायत पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाए। इस मामले के मुख्य आरोपित गुरप्रीत सिंह की पत्नी सखजीत कौर ने कहा कि वह 31 जनवरी की रात आठ बजे अपने पति के साथ बाजार जा रहे थे तो नंगल चौंक में पेट्रोल पंप पर गाड़ी में डीजल डलवाने के लिए रुके थे कि वकीलों ने हमारी गाड़ी में टक्कर मारी और शराबी हालत में उनके साथ मारपीट की। उन्होंने कहा कि हमारे साथ की गई मारपीट पर पुलिस द्वारा वकीलों पर कारवाई नहीं की गई जबकि वकीलों ने उनके साथ बुरा व्यवहार भी किया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
जिला बार एसोसिएशन के दो वकीलों पर हुए हमले के मामले में जहां वकील आरोपितों के न पकड़े जाने पर पिछले लगभग एक माह से पुलिस के खिलाफ प्रर्दशन कर रहे हैं वहीं पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत लेने के लिए बाद पुलिस जांच में शामिल होने के लिए पहुंची मुख्य आरोपित की पत्नी ने झगड़े के लिए वकीलों को जिम्मेदार ठहराया व पुलिस पर उनकी शिकायत पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाए। इस मामले के मुख्य आरोपित गुरप्रीत सिंह की पत्नी सखजीत कौर ने कहा कि वह 31 जनवरी की रात आठ बजे अपने पति के साथ बाजार जा रहे थे, तो नंगल चौंक में पेट्रोल पंप पर गाड़ी में डीजल डलवाने के लिए रुके थे कि वकीलों ने हमारी गाड़ी में टक्कर मारी और शराबी हालत में उनके साथ मारपीट की। उन्होंने कहा कि हमारे साथ की गई मारपीट पर पुलिस द्वारा वकीलों पर कारवाई नहीं की गई, जबकि वकीलों ने उनके साथ बुरा व्यवहार भी किया। उन्होने इंसाफ की गुहार लगाते हुए वकीलों पर एक्शन लेने की मांग की। गौरतलब है कि 31 जनवरी को स्थानीय नंगल चौंक में जिला बार एसोसिएशन के दो वकीलों के साथ हुए झगड़े के मामले में पुलिस द्वारा मुख्य आरोपित गुरप्रीत सिंह टोनी व उसकी पत्नी तथा पिता समेत कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था तथा इस मामले में अभी तक एक आरोपित अरुणमीत सिंह को पुलिस ने पकड़ा है, जबकि बाकी सभी आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस द्वारा आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर बार एसोसिएशन ने लगभग 14 दिन तक अदालत में काम ठप रखा तथा इसके बाद रोजाना ही जिला पुलिस प्रमुख के दफ्तर के आगे प्रर्दशन कर रहे हैं। शनिवार को भी वकीलों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए दोबारा हड़ताल का रास्ता अपनाया ।