कोरोना का देरी से इलाज हो सकता है घातक : सिविल सर्जन
जिले मे कोरोना से हुई मौतों के बार में सिविल सर्जन डॉ. एचएन शर्मा ने बताया कि अभी तक कोरोना के कारण जिन लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कोरोना संबंधी समय पर जांच नहीं करवाई वहीं इलाज में भी काफी देरी की है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : जिले मे कोरोना से हुई मौतों के बार में सिविल सर्जन डॉ. एचएन शर्मा ने बताया कि अभी तक कोरोना के कारण जिन लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कोरोना संबंधी समय पर जांच नहीं करवाई, वहीं इलाज में भी काफी देरी की है।
उन्होंने जिला वासियों से अपील की कि अगर उन्हें खांसी, जुकाम, बुखार अथवा सांस लेने में परेशानी महसूस हो रही हो तो बिना देरी कोरोना का टेस्ट करवाएं। इसके अलावा ऐसे व्यक्तियों को खुद को होम क्वारेंटाइन करने के साथ साथ आक्सीमीटर द्वारा दिन में कम से कम दो बार अपना ऑक्सीजन लेवल चैक करने की सलाह भी दी जोकि 95 से कम नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी का शिकार हैं व जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है उन्हें सबसे अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। अगर किसी व्यक्ति की आयु 60 वर्ष से कम है व उसे कोरोना के गंभीर लक्ष्ण नहीं हैं तो ऐसे व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बावजूद होम क्वारेंटाइन रह सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना पाजिटिव पाए गए डॉ. भीमसेन व डॉ. राजीव अग्रवाल पूरी तरह से ठीक होने के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट आए हैं ठीक ऐसे ही हर कोरोना पाजिटिव अगर गाइडलाइन का पालन करे तो कोरोना से मुक्ति पा सकता है।