काका का तीन दिन बढ़ा पुलिस रिमांड
रूपनगर चमकौर साहिब के गांव जंड साहिब में कई सालों से गैरकानूनी ढंग से नशा छुड़ाओ केंद्र चला रहे खुश¨वदर ¨सह उर्फ काका व अन्य दो आरोपितों को रूपनगर की अदालत में पेश किया गया। सीजेएम (फर्स्ट क्लास) अनीश गोयल ने मामले में मुख्यारोपित खुश¨वदर ¨सह उर्फ काका का तीन दिन का पुलिस रिमांड बढ़ाया है। पहले भी अदालत ने तीनों आरोपितों का ही पुलिस रिमांड दिया था। मामले में सह आरोपितों को अदालत ने 14 दिन के ज्यूडीशियल रिमांड पर भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
चमकौर साहिब के गांव जंड साहिब में कई सालों से गैरकानूनी ढंग से नशा छुड़ाओ केंद्र चला रहे खुश¨वदर ¨सह उर्फ काका व अन्य दो आरोपितों को रूपनगर की अदालत में पेश किया गया। सीजेएम (फर्स्ट क्लास) अनीश गोयल ने मामले में मुख्यारोपित खुश¨वदर ¨सह उर्फ काका का तीन दिन का पुलिस रिमांड बढ़ाया है। पहले भी अदालत ने तीनों आरोपितों का ही पुलिस रिमांड दिया था। मामले में सह आरोपितों को अदालत ने 14 दिन के ज्यूडीशियल रिमांड पर भेज दिया है। अदालत में पुलिस की तरफ से एसएचओ गुरदीप ¨सह पेश हुए और पांच दिन का आरोपितों का पुलिस रिमांड दिए जाने की मांग की। पुलिस ने ये पक्ष रखा कि दशहरा पर्व पर छट्टी के मद्देनजर आरोपित काका के बैंक अकाउंटों की मुकम्मल ब्यौरा नहीं मिल पाया है तथा और भी पूछताछ की जानी है। अदालत ने कहा कि मामले में मुख्य आरोपित काका ही है, इसलिए उसका तीन दिन का रिमांड दिया जाता है, जबकि दो आरोपितों अमनदीप ¨सह तथा दिलबाग ¨सह को जेल भेज दिया। अदालत ने पुलिस को ये राहत दी कि अगर दोबारा जेल भेजे गए आरोपितों से पूछताछ की जरूरत हुई, तो 15 दिन के भीतर दोबारा उनके पुलिस रिमांड की मांग की जा सकती है। अगली तारीख पर सर्च रिपोर्ट न आई तो डीएसपी के जारी होंगे वारंट जज अनीश गोयल ने कहा कि अदालत से पुलिस ने मुख्य आरोपित काका के घर की तलाशी के लिए सर्च वारंट लिया था। उस सर्च में क्या मिला, सर्च रिपोर्ट दिखाई जाए। लेकिन पुलिस सर्च रिपोर्ट नहीं दिखा पाई , जबकि मौखिक जवाब देती रही। इस पर जज ने कहा कि अदालत से जब सर्च वारंट लिया गया है तो सर्च रिपोर्ट भी तो पेश होनी चहिए। जज ने कहा कि अगर अगली तारीख पर सर्च रिपोर्ट पेश न की गई तो डीएसपी के अदालत में पेशी के लिए वारंट निकाले जाएंगे। ये था मामला उल्लेखनीय है कि खुश¨वदर ¨सह उर्फ काका जंड साहिब में जंड साहिब सिख अकादमी के नाम तले नशा छुड़ाओ केंद्र चला रहा था। धार्मिक रंगत देकर वो इस कारोबार को चला रहा था। नशा छुड़ाओ केंद्र के बिलकुल साथ उसकी आलीशान कोठी है, जिसमें वो सुख सुविधाओं के साथ रह रहा है, जबकि पिछवाड़े 150 गायों व भैंसों का उसका डेयरी फार्म है। प्रशासन तथा पुलिस ने 16 अक्टूबर को जंड साहिब में संयुक्त रूप से रेड करके गैरकानूनी ढंग से बिना स्वास्थ्य विभाग की मंजूरी लिए चलाए जा रहे नशा छुड़ाओ केंद्र का पर्दाफाश किया था। वहां से 195 लोगों जिनमें 13 साल का बच्चा तथा 60 साल तक के बुजुर्ग भी शामिल थे, को छुड़वाया था। जेलनुमा केंद्र में बंद करके रखे गए लोगों ने आरोप लगाए थे कि प्रबंधक काका उनके साथ अमानवीय व्यवहार करता है। उनसे पोछे लगवाए जाते हैं, पशु फार्म में काम करवाया जाता है तथा मारपीट की जाती है। एक दूसरे के साथ बोलने तक की मनाही थी तथा ये नियम तोड़ने वाले को मारपीट व अन्य यातनाएं के रूप में सजा दी जाती थी।