गुरुघरों में संगत की भीड़, सड़कें भी गुरु की लाडली फौजों से पैक
कीरतपुर साहिब (रूपनगर) कीरतपुर साहिब में खालसा पंथ की चढ़दी कला के प्रतीक राष्ट्रीय त्योहार होला-महल्ला के पहले चरण के दूसरे दिन धार्मिक नगरी कीरतपुर साहिब में संगत का सैलाब उमड़ा। इस मौके प्रसिद्व धार्मिक स्थलों पर संगत ने माथा टेका व त्योहार को चार चांद लगाए।
जागरण टीम, कीरतपुर साहिब (रूपनगर)
कीरतपुर साहिब में खालसा पंथ की चढ़दी कला के प्रतीक राष्ट्रीय त्योहार होला-महल्ला के पहले चरण के दूसरे दिन धार्मिक नगरी कीरतपुर साहिब में संगत का सैलाब उमड़ा। इस मौके प्रसिद्व धार्मिक स्थलों पर संगत ने माथा टेका व त्योहार को चार चांद लगाए। शिरोमणि कमेटी व सेवादारों ने विभिन्न स्थलों पर पकवानों के लंगर लगाए गए हैं। धार्मिक स्थलों के अलावा विभिन्न स्थानों पर चाय पकौड़े, जलेबी, खीर आदि के लंगर संगत के लिए लगाए गए हैं। इस दौरान गुरुद्वारा बाबा दीप सिंह जी शहीद में तेड़ां कलां जिला अमृतसर से पहुंचे सेवादारों द्वारा होला-महल्ला में आने वाली संगत के लिए देशी घी से बने पकवानों के लंगर का विशेष रूप से प्रबंध किया है। इस मौके सेवादारों ने बताया कि आगाज से लेकर मेले के संपन्न होने के बाद तक शुद्व देशी घी से तैयार पकवानों के लंगर लगे रहेंगे। जिसमें शाही पनीर, पालक पनीर, जलेबी, खीर, रसमलाई आदि के अलावा अन्य पकवान संगत के लिए तैयार किए जाएगें। दुकानदारों ने सजाई दुकानें होला-मोहल्ला के दौरान आने वाली संगत को लुभाने के लिए क्षेत्रीय व दूसरे क्षेत्रों के दुकानदारों ने दुकानें सजाई हुई हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में रेहड़ी-फड़ी वाले भी होला-महल्ला के दौरान सामान बेच रहे हैं। इस मौके धार्मिक स्थलों के आस-पास दुकानदारों ने बच्चों के खिलौने, महिलायों के हार-श्रंगार का सामान, प्रसाद, कोल्ड ड्रिक्स की दुकानें व बच्चों के लिए रंग बिरगे गुब्बारों आदि दुकानों पर चमक रहे हैं।
ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में पहुंच रही संगत होला-महल्ला के दौरान पैदल यात्रियों के अलावा दोपहिया वाहनों, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों आदि वाहनों में सवार होकर पंजाब सहित देश के कोने - कोने से संगत आ रही है। यही नहीं संगत की ओर से ट्रॉलियों में तिरपाल व अन्य सामान के साथ भरी ट्रॉलियों को रंग-बिरगी रोशनियों के साथ सजाया गया है, जोकि सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बन रही हैं। हाईवे पर निहंगों की मस्ती होला महल्ला की शान समझे जाते गुरु की लाडली फौजों के घोड़े व उनपर सवार जांबाज निहंगों का भी कीरतपुर के रास्ते आनंदपुर साहिब की तरफ लगातार बढ़ना जारी है। नगाड़े बजाते छोटे छोटे ग्रुपों में निहंग गुरु नगरी की तरफ बढ़ते देखे जा सकते हैं। चमकौर साहिब-रूपनगर-कीरतपुर साहिब-आनंदपुर साहिब हाईवे पर निहंग सिंहों की मस्ती का नजारा इन दिनों देखते ही बनता है। सरोवर में स्नान के बाद टेका माथा होला-महल्ला के पहले पड़ाव की शुरुआत के दौरान कीरतपुर साहिब में संगत की आमद शुरू हो गई है। कीरतपुर साहिब के गुरुद्वारा श्री पातालुपरी साहिब के पास बने सरोवर में स्नान करने के उपरांत संगत गुरुघरों में माथा टेकने के लिए जा रही है। इस मौके गुरुद्वारा श्री पातालपुरी साहिब, गुरुद्वारा बाबा गुरदित्ता जी, दरगाह पीर साई बुड्ढण शाह, गुरुद्वारा श्री शीश महल साहिब, गुरुद्वारा श्री कोट साहिब, गुरुद्वारा श्री चरनकंवल साहिब, गुरुद्वारा बिबाणगढ़ साहिब, डेरा बाबा श्री चंद जी सहित अन्य
धार्मिक स्थलों पर संगत श्रद्धा के साथ माथा टेक रही है।