उफान पर खड्डें , पटरी से उतरा जनजीवन
रूपनगर रूपनगर में शनिवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश सेामवार को भी सुबह लगभग 11 बजे तक जारी रही। शनिवार से जारी इस बारिश के चलते जिले भर में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ पड़ा है जबकि शहर के भीतर से होकर गुजरने वाली हर पहाड़ी खड्डें पूरे उफान पर रहीं।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
रूपनगर में शनिवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश सेामवार को भी सुबह लगभग 11 बजे तक जारी रही। शनिवार से जारी इस बारिश के चलते जिले भर में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ पड़ा है जबकि शहर के भीतर से होकर गुजरने वाली हर पहाड़ी खड्डें पूरे उफान पर रहीं। राहत की बात यह रही कि खड्डों में भारी उफान होने के बावजूद रेल यातायात रविवार की तरह प्रभावित नहीं हुआ हालांकि सारी गाड़ियां कम रफ्तार व देरी से चलती रही हैं। रविवार को सुबह रेलवे विभाग को खड्डों में उफान के कारण 12 गाड़ियों को स्थगित करना पड़ा था जिन्हें रविवार देर रात को ही बहाल कर दिया गया था।
शनिवार की रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश के चलते व ऊपरी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के चलते दूसरे दिन भी रूपनगर जिले के भीतर से होकर गुजरने वाली लगभग हर खड्ड उफान पर रही। विशेषकर आनंदपुर साहिब से पहले दसग्राइं खड्ड, आनंदपुर साहिब की चरण गंगा खड्ड, लोहंड खड्ड, गरदला खड्ड, सरसा नंगल खड्ड, स्वां नदी, हैडवर्क्स झील तथा सतलुज में बरसात का पानी पूरे उफान पर चल रहा है जिस पर रेलवे विभाग के साथ साथ जिला प्रशासन व फ्लड कंट्रोल विभाग पूरी नजर रखे हुआ है। रूपनगर के भीतर से होकर गुजरती दसग्राई खड्ड में 12 बजे तक छह हजार क्यूसिक, आनंदपुर साहिब की चरणगंगा खड्ड में 9000 क्यूसिक, सरसा नंगल में सबसे अधिक 76250 क्यूसिक, स्वां नदी में 55940 क्यूसिक, सरां पतन में सात हजार क्यूसिक, हेडवर्क्स से सतलुज में 52425 क्यूसिक, हैडवर्क्स झील में 64725 क्यूसिक, सर¨हद नहर में 10850 क्यूसिक, गरदला खड्ड में पांच हजार क्यूसिक, सिसवां नदी में 1886 क्यूसिक, संगराव में 2705 क्यूसिक तथा बिस्त दोआब में 1450 क्यूसिक पानी का बहाव रिकॉर्ड किया गया। कोटला क्षेत्र में 108 एमएम बारिश
बीती रात से सोमवार दोपहर होने तक जिला रूपनगर के कोटला क्षेत्र में सबसे अधिक 108 एमएम, कीरतपुर साहिब व लोहंड में 87 एमएम, रूपनगर में 20.30 एमएम, सिसवां में 15 एमएम, नंगल में 20 एमएम जबकि गंगूवाल में 14.60 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
हर गाड़ी दो से तीन घंटे लेट पहाड़ी खड्डों में उफान आने के बाद रेलवे विभाग के द्वारा रविवार को जिन गाड़ियों को रद्द किया गया था उन्हें दोबारा अपने अपने रूट पर चला दिया गया है। हालांकि सेामवार सुबह पांच बजे से लेकर शाम होने तक हर गाड़ी दो से तीन घंटे देरी से चल रही है जबकि सभी गाड़ियों की स्पीड को 40 किलोमीटर प्रति घंटा व पुलों के ऊपर स्पीड को 20 किलोमीटर प्रति घटा किया गया है। स्टेशन सुपरिटेंडेंट ते¨जदर पाल के अनुसार जिले के भीतर से होकर गुजरने वाली जिन पहाड़ी खड्डों पर रेलवे के पुल बने हुए हैं उन खड्डों पर विभाग के कर्मचारियों ने विशेष नजर रखी हुई है तथा पानी की स्थिति की समय समय पर रिपोर्ट भेजी जा रही है।