छात्रों को बताया पौधारोपण व पौष्टिक आहार का महत्व
जिला आयुर्वेद विभाग की ओर से जारी जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को भी स्कूली छात्रों को पौष्टिक आहार तथा पौधारोपण के महत्व से अवगत करवाया गया।
जागरण संवाददाता, नंगल: जिला आयुर्वेद विभाग की ओर से जारी जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को भी स्कूली छात्रों को पौष्टिक आहार तथा पौधारोपण के महत्व से अवगत करवाया गया। डा. विक्रांत शर्मा, डा. वरुण कश्यप व डा. संवेदना भारद्वाज ने छात्रों को पौष्टिक आहार के सेवन का महत्व बताया। आयुर्वेद मेडिकल ऑफिसर डा. विक्रांत ने बताया कि लगातार स्कूलों में छात्रों को पौष्टिक आहार के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण के महत्व से भी अवगत कराया जा रहा है, ताकि आने वाले दिनों में हम अपनी नई पीढ़ी को तंदुरुस्त बनाए रखकर वातावरण को भी मानव जीवन के लिए अनुकूल बनाए रख सकें। छात्रों को पौधारोपण के लिए आगे आना चाहिए, क्योंकि पौधारोपण के बिना हम प्रदूषण को नहीं रोक सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान एलवीआर मार्ग पर स्थित आयुर्वेद डिस्पेंसरी में नीम का पौधा लगाकर पौधारोपण अभियान को जारी रखा गया। नीम के महत्व से अवगत कराते हुए एएमओ डा. संवेदना भारद्वाज ने कहा कि हमारी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में नीम के पौधे का विशेष महत्व है। इसलिए पौधारोपण करने वाले सभी संगठनों को नीम के पौधे रोपित करने की दिशा में जरूर गंभीरता बरकरार रखनी चाहिए।