श्री गणेश की अराधना से लोक कल्याण की कामना
जागरण संवाददाता, नंगल : शहर में विभिन्न जगहों पर गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना रविवार तीसरे दिन भ
जागरण संवाददाता, नंगल : शहर में विभिन्न जगहों पर गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना रविवार तीसरे दिन भी जारी रही। भक्तों ने मोहल्लों, बाजारों, शिक्षण संस्थानों तथा घरों में प्रतिष्ठापित गणेश जी की मूर्तियों के समक्ष पूजा-अर्चना करके गुणगान किया। शहर के अजौली मोड़ की शास्त्री मार्केट में गणेश उत्सव कार्यक्रम में भक्तों ने गणपति बप्पा की पूजा करके सुख स्मृद्धि की कामना की। श्री सनातन धर्म सभा की ओर से हनुमान मंदिर पुराना गुरुद्वारा में गणपति बप्पा की पूजा अर्चना जारी है। यहां पूजा अर्चना करते हुए भक्तजनों ने श्री गणेश जी की अराधना करके लोक कल्याण की कामना की। उधर पहाड़ी मार्केट में भी तीन जगहों पर गणेश जी की पूजा-अर्चना को जारी रखते हुए भक्तों ने गणपति बप्पा का गुणगान किया और वातावरण को भक्ति रस से सराबोर बनाए रखा।
वहीं पं. दीपक कुमार तथा अनिल कुमार ने अजौली मोड़ में चल रहे गणेश उत्सव के दौरान बताया कि अपनी दिनचर्या अथवा कोई भी कार्य शुरू करने से पहले श्री गणेश जी की पूजा से कार्य सफल होते हैं, वहीं सुख समृद्धि की प्राप्ति भी होती है। गणेश जी के भक्त सदैव उनकी कृपा से उचित मार्ग पर चल कर मन की मुरादें पाते हैं। उन्होंने श्री गणेश जी के उत्सव, उत्पत्ति तथा मूर्ति विसर्जन के बारे बताया कि मां पार्वती ने अपने तन की मैल से तैयार किए गए भोले शंकर के गण श्री गणेश जी को जब द्वार पर पहरेदार के रूप में खड़ा किया तभी भगवान शंकर ने आकर देखा और कहा कि यह गण कहा से आया है। उन्होंने जब गृह में प्रवेश करना चाहा तो श्री गणेश के रोकने पर वे क्रोधित हो उठे तथा फिर चला दोनों के मध्य युद्घ। इसमें प्रभु शंकर ने अपने त्रिशूल से गणेश जी का सिर धड़ से अलग कर दिया। इसी दौरान जब मां पार्वती ने आकर देखा तो वह बिलख उठीं। उन्होंने भगवान से गणेश को जीवित करने की मांग की तब भगवान शिव ने हाथी के बच्चे का सिर गणेश के धड़ पर लगाकर उसे जीवनदान दे दिया। इस पर पार्वती ने फिर जिद्द करते हुए यह भी मांगा कि संसार के हर कार्य को शुरू करने से पहले श्री गणेश की पूजा हो। भगवान शिव ने तथास्तु कहते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति कोई शुभ कार्य करने से पहले श्री गणेश का नाम लेगा, वह सदैव सफलता हासिल करेगा।