गजानन की पूजा से भक्तिमय बना वातावरण
इलाके में विभिन्न जगहों पर शनिवार को छठे दिन भी गणेश जी की भक्तिमय वातावरण में जारी रही।
जागरण संवाददाता, नंगल
इलाके में विभिन्न जगहों पर शनिवार को छठे दिन भी गणेश जी की भक्तिमय वातावरण में जारी रही। इस क्रम में शहर के अजौली मोड़ की शास्त्री मार्केट में गणेश उत्सव कार्यक्रम में भक्तजनों ने गणपति बप्पा की पूजा अर्चना करते हुए सुख समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित हुए राष्ट्र संत बाबा बाल जी महाराज ने भक्तजनों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में किसी कार्य की सफलता हेतु पहले मंगलाचरण या फिर पूज्य देवों की वंदना की परंपरा रही है। किसी कार्य को निर्विघन संपन्न करने के लिए सर्व प्रथम श्री गणेश जी की वंदना व अर्चना का विधान है। इस लिए सनातन धर्म में सर्व प्रथम श्री गणेश जी की पूजा से ही कार्य की शुरुआत होती है। जो भी भक्त भगवान गणेश का व्रत या पूजा करता है उसे मन वांछित फल तथा प्रभु गणेश की कृपा अवश्य ही प्राप्त होती है। इस मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रवीन द्विवेदी के अलावा पार्षद डॉ. राजेंद्र कुमार, राजेंद्र सोनी आदि ने बाबा बाल जी को सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि गणेश जी की विराट मूर्ति का विसर्जन 12 सितंबर को नंगल डैम झील के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के घाट पर भव्य शोभायात्रा के रूप में किया जाएगा। रविवार को गणेश उत्सव के दौरान नत्थु राम जंगम एंड पार्टी रात्रि आठ बजे प्रभु का गुणगान करेंगी। नौ सितंबर को राष्ट्रीय गौ रक्षा मिशन के प्रमुख स्वामी कृष्णानंद महाराज भी भक्तों का मार्गदर्शन करने पहुंच रहे हैं। गणेश पूजा से संपन्न होते हैं कार्य: साध्वानंद
फोटो 7 एनजीएल 15, 16 में है। पहाड़ी मार्केट में भी सुबह-शाम की जा रही गौरी पुत्र गणेश जी की पूजा अर्चना से वातावरण भक्तिमय में बना हुआ है। मंत्रोच्चारण के बीच भक्तजन गणेश जी का गुणगान करने में लीन नजर आ रहे हैं। अड्डा मार्केट में ऊषा माता मंदिर में अध्यक्ष जीत राम शर्मा की देखदेख में महंत साधवानंद जी महाराज के मार्गदर्शन में गणेश जी की पूजा अर्चना सुबह शाम जारी है। इस मौके पर महंत साध्वानंद जी महाराज ने कहा कि गणेश जी की नित्य पूजा करने से मनुष्य को समृद्धि व सुख की प्राप्ति होती है। पूज्य श्री ने कहा कि प्रथम वंदन गणेश जी का पूजन करके शुरू किए जाने वाले कार्य निर्विघन संपन्न होते हैं। गणेश जी अपने भक्तों पर सदैव कृपा बनाए रखते हैं। गजानन के सुमिरन मात्र से ही प्राणी दुखों से मुक्ति पा सकता है। श्री हनुमान मंदिर पुराना गुरुद्वारा में भी विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा अर्चना जारी है। कार्यक्रम में पंडित राजेंद्र प्रसाद शास्त्री ने बताया कि 12 सितंबर को सतलुज में गणपति बप्पा की मूर्ति को विसर्जित करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।