फीस के लिए बच्चों को किया जा रहा परेशान: अभिभावक
नूरपुरबेदी ब्लॉक के सेंट मैरी स्कूल हियातपुर में फीस विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फीस के संबंध में पिछले करीब एक वर्ष से चल रहा केस अभी भी कमिश्नर अदालत में लटक रहा है, लेकिन इसके बावजूद स्कूल प्रबंधकों द्वारा मनमानियां की जा रही हैं।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी
नूरपुरबेदी ब्लॉक के सेंट मैरी स्कूल हियातपुर में फीस विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फीस के संबंध में पिछले करीब एक वर्ष से चल रहा केस अभी भी कमिश्नर अदालत में लटक रहा है, लेकिन इसके बावजूद स्कूल प्रबंधकों द्वारा मनमानियां की जा रही हैं। जहां अभिभावक कोर्ट का निर्णय आने तक फीस जमा नहीं करवा रहे हैं, वहीं स्कूल में इस वर्ष नवनियुक्त ¨प्रसिपल द्वारा फीस को लेकर अभिभावकों की बजाय छात्रों को कक्षा में जाकर परेशान किया जा रहा है। जिसको लेकर बुधवार को भड़के अभिभावकों ने स्कूल ¨प्रसिपल के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली तथा ¨प्रसिपल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की घोषणा की । शहर के नेक चंद पार्क में एकत्र छात्रों के अभिभावकों सुखदेव ¨सह, कुल¨वदर ¨सह, जसवीर ¨सह, सुख¨जदर ¨सह, सुभाष चंद्र, कुल¨जदर कौर, चरनजीत ¨सह, अमनदीप ¨सह, कपिल देव, कपिल वर्मा, सुख¨वदर ¨सह आदि ने बताया कि स्कूल द्वारा कई गुणा बढ़ाई फीसों को लेकर स्कूल प्रबंधकों तथा अभिभावक एसोसिएशन द्वारा गत एक वर्ष से कमिश्नर रूपनगर की अदालत में केस चल रहा है तथा स्कूल प्रबंधकों द्वारा गत वर्ष स्कूल द्वारा फीस कोर्ट के आदेश पर कम फीस ली गई थी, लेकिन अब स्कूल के नए ¨प्रसिपल द्वारा दोबारा कई गुणा फीस बढ़ाकर भेज दी थी, जिस पर जब अभिभावक स्कूल में ¨प्रसिपल से मिले तो उन्होंने दुर्व्यव्हार किया तथा बच्चों को स्कूल से हटाने की धमकी दी।
बुधवार को स्कूल ¨प्रसिपल ने उस समय हद कर दी जब फीस के लिए बच्चों को उनकी कक्षा में जाकर परेशान किया गया। अभिभावकों ने बताया कि गत दिनों से हाईकोर्ट द्वारा आदेश जारी किया गया था कि यदि स्कूल प्रबधकों ने बच्चों को फीस के लिए परेशान किया तो उनके विरुद्ध कार्रवाई तथा सजा का प्रावधान है। उन्होंने बताया जून माह की छुट्टियों के बाद स्कूल ¨प्रसिपल के विरुद्ध जल्द ही एसएसपी रूपनगर से मिलकर कारवाई करने की मांग करेंगे। क्या कहते हैं स्कूल के ¨प्रसिपल स्कूल के ¨प्रसिपल एमजी पांडे ने कहा कि स्कूल द्वारा किसी भी बच्चे को फीस के लिए परेशान नहीं किया जा रहा है। जब उनसे बच्चों को हटाने की धमकी के संबंध में पूछा, तो उन्होंने फोन काट दिया।