कोरोना की आड़ में शिक्षण संस्थानों को बंद करने का किया विरोध
किरती किसान मोर्चा भट्टों इकाई के नेताओं ने कोरोना की आड़ में स्कूल व कालेजों सहित सारे शिक्षण संस्थानों को बंद किए जाने वाले पंजाब सरकार के फैसले पर विरोध जताया है।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी: किरती किसान मोर्चा भट्टों इकाई के नेताओं ने कोरोना की आड़ में स्कूल व कालेजों सहित सारे शिक्षण संस्थानों को बंद किए जाने वाले पंजाब सरकार के फैसले पर विरोध जताया है। मोर्चे के नेता हरप्रीत सिंह भट्टों ने कहा कि कोरोना का बहाना बनाकर पंजाब सरकार द्वारा स्कूलों, कालेजों तथा अन्य शिक्षण संस्थाओं को बंद करने का जारी आदेश छात्र विरोधी फैसला है। इसे पंजाब सरकार को तुरंत वापस लेना चाहिए। एक तरफ प्रदेश भर में सियासी रैलियां हो रही हैं, जिससे कोरोना महामारी फैलने की अधिक आशंका है। उन रैलियों रोकने के बजाय जनता को बेवकूफ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने एलान किया कि गांव भट्टों में किसी भी सियासी नेता को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा, क्योंकि यही सियासी नेता कोरोना का शोर मचा रहे है। यदि अध्यापक स्कूल में बैठ कर बच्चों को आनलाइन पढ़ा सकते हैं, तो यह सियासी नेता भी अपने पार्टी कार्यालयों में बैठकर आनलाइन प्रचार क्यों नहीं कर सकते। इस मौके भूपेंद्र सिंह, गुरविन्द्र सिंह, मक्खन पंच, हरप्रीत सिंह, शमा, दलजीत सिंह, दर्शन सिंह, बुद्ध सिंह, सरूप सिंह, सुखजिंद्र सिंह तथा नरेंद्र सिंह उपस्थित थे।