बारदाने की कमी के विरोध में हाइवे रोका किसानों ने, साढ़े छह घंटे डटे रहे, बारदाना मंडियों में पहुंचा तब हटे
रूपनगर में मंडियों में बारदाने की कमी के विरोध में किसानों ने शनिवार को अचानक रूपनगर-चंडीगढ़ मार्ग पर कुराली के निकट रूपनगर जिले की हद में गांव बन्नमाजरा में ट्रैफिक जाम लगा दिया।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : रूपनगर में मंडियों में बारदाने की कमी के विरोध में किसानों ने शनिवार को अचानक रूपनगर-चंडीगढ़ मार्ग पर कुराली के निकट रूपनगर जिले की हद में गांव बन्नमाजरा में ट्रैफिक जाम लगा दिया। करीब छह घंटे चले ट्रैफिक जाम में पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट करने का प्रयास किया। लेकिन शनिवार को राजधानी चंडीगढ़ व आसपास के इलाके ड्यूटी से लोगों के वीकेंड पर घर लौटने की वजह से परेशानी झेलनी पड़ी। यही नहीं, पुलिस ने मोरिडा मार्ग पर ट्रैफिक डायवर्ट किया तो किसान संगठनों ने रूपनगर-मोरिडा मार्ग पर सालापुर चौक में ट्रैफिक जाम कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को समझाने का प्रयास किया। सायं जब तक मंडियों में बारदाना नहीं पहुंचा तब तक किसानों ने हाइवे खाली नही किया। बारदाने की कमी से जूझ रहे किसानों के लिए उठाई आवाज : चैड़ियां
जट्ट महासभा जिला रूपनगर के प्रधान जैलदार सतविदर सिंह चैड़ियां ने बताया कि रूपनगर जिले की मंडी रूपनगर और मोहाली जिले की मंडी कुराली और भागोमाजरा में बारदाने की कमी की वजह से किसानों को हाइवे जाम करना पड़ा। कई दिनों से किसान संगठन जिला प्रशासन, फूड एंड सप्लाई विभाग और खरीद एजेंसियों से मांग कर रहे थे कि बारदाने की कमी पूरी की जाए। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सायं साढ़े पांच बजे अधिकारियों द्वारा कुराली मंडी में 80 गांठें, भागोमाजरा मंडी नमें 30 गांठें और रूपनगर मंडी में पर्याप्त गांठें भेजने की खबर मिलने के बाद ट्रैफिक जाम खोला गया। एसडीएम जौहल पहुंचे ट्रैफिक खुलवाने
ट्रैफिक जाम के दौरान एसडीएम रूपनगर गुरविदर सिंह जौहल मौके पर पहुंचे और प्रशासन की तरफ से जल्द बारदाने की कमी पूरी होने करने का किसानों को आश्वासन दिलाया। और अब तक बारदाने को लेकर आ रही समस्या से अवगत करवाया। इस मौके पर डीएसपी तलविदर सिंह गिल और सिघ भगवंतपुरा थाना के एसएचओ तिलकराज मौजूद थे। इन्होंने किया संबोधित
ट्रैफिक जाम के दौरान रेशम सिंह बडाली, सतराम सरपंच बहरामपुर , हरबंस सिंह बन्नमाजरा,
सरबजीत सिंह मुगलमाजरी, कुलविदर सिंह पूर्व सरपंच झल्लियां, रविदर सिंह चैड़ियां, दीपू रोडमाजरा, सुखदीप सिंह पपराली, विक्रमजीत सिंह चुपकी, कुलबीर सिंह भागोमाजरा आदि ने संबोधित किया।