बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त, घरों में घुसा सीवरेज का पानी
जिले में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो चुका है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: जिले में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो चुका है। हालांकि किसान इस बारिश को फसलों के लिए अच्छा मान रहे हैं लेकिन उनको बारिश के इसी प्रकार जारी रहने से फसलों के खराब होने का डर भी सता रहा है। रविवार को भी पूरे जिले में बारिश होती रही। थर्मल प्लांट से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकतम तापमान 12 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री रिकार्ड किया गया है। मौसम विभाग की अगर माने तो सोमवार के बाद मौसम के खुलने की उम्मीद है।
उधर बारिश के कारण शहर के खाली पड़े प्लाट सहित सड़कों पर विशेषकर ज्ञानी जैल सिंह नगर की सबसे व्यस्त रहने वाली सड़क पर जलभराव जैसी स्थिति बनी रही । शहर की मल्होत्रा कालोनी के मेन मार्ग, दशमेश कालोनी, लखविदरा एनक्लेव, ज्ञानी जैल सिंह नगर मार्केट की पार्किंग, हरगोबिद नगर, गांधी स्कूल रोड, चोआ मोहल्ला, शामपुरा आदि इलाकों में भी जलभराव ने लोगों को परेशान किया। बारिश के कारण कई मोहल्लों में सीवरेज सिस्टम भी ठप हो गया। सबसे अधिक बुरी हालत तो मोहल्ला सुखराम बाग कालोनी, वार्ड नंबर छह की बनी हुई है, जहां सीवरेज का गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया। चंगर की खेती को फायदा जिले के किसान सोहन सिंह, सरवण कुमार, हरजिदर सिंह धमाना, तरसेम सिंह गड़बागा, गुरमेल सिंह बाड़ा, रमेश चंद्र, मोहन सिंह गरदला आदि ने कहा कि गेहूं की फसल के लिए अब तक हुई बारिश लाभ देने वाली है । इसके बाद अगर बारिश होती रहती है तो खेतों में खड़ा पानी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। दूसरी तरफ चंगर के क्षेत्र के किसान बारिश से काफी खुश हैं , क्योंकि चंगर में फसल केवल कुदरत के रहमो करम पर निर्भर करती है। खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारी डा. अवतार सिंह के मुताबिक फिलहाल बारिश से फसलों को फायदा ही पहुंचा है। अगर एक दो दिन और बारिश पड़ती है, तो फसलों पर नुकसान हो सकता है। कहां कितनी हुई बारिश नंगल में 24 घंटे में 80 एमएम, गंगूवाल में 34.4 एमएम, कोटला में 48 एमएम व लोहंड में 36 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा भरतगढ़ में 38 एमएम, जबकि रूपनगर में 16 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। समाचार लिखे जाने तक बारिश जारी थी।