किसानों को बताए पराली निपटाने के तरीके
कृषि विज्ञान केंद्र रूपनगर ने बेला की अनाज मंडी में पराली न जलाने के लिए जागरूकता कैंप लगाया ।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: कृषि विज्ञान केंद्र रूपनगर ने पंजाब एग्रीकलचर यूनिवर्सिटी लुधियाना के सहयोग से गांव बेला की अनाज मंडी में पराली न जलाने, हाड़ी की फसलों के बीज व खेतीबाड़ी की तकनीकी जानकारी के लिए जागरूकता कैंप लगाया गया। दैनिक जागरण के सहयोग से आयोजित इस कैंप में बीडीपीओ चमकौर साहिब परनीत कौर और बीडीपीओ मोरिडा अमरदीप सिंह मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए। उन्होंने किसानों से पराली न जलाने की अपील की। इस मौके पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना के खेती मशीनरी माहिर डॉ. एसएस ठाकुर ने कैंप में पहुंचे किसानों को पराली की संभाल के लिए प्रयोग आने वाली खेतीबाड़ी मशीनरी संबंधी जानकारी दी। बागबानी विभाग के डॉ. हरप्रीत सिंह, मछली पालन विभाग से डॉ. तजिदर कौर, डॉ. अमरदीप कौर, डेयरी विभाग से दर्शन सिंह, एससीओ बलजिदर कौर व डॉ. आरएस घुम्मण ने भी महत्वपूर्ण जानकारी किसानों के साथ साझा की। इससे पहले कृषि विज्ञान केंद्र रूपनगर के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. जीएस मक्कड़ ने कैंप की की अध्यक्षता करते हुए आए हुए सभी माहिर डॉक्टरों, किसानों और मुख्य मेहमानों का स्वागत किया।
.. ताकि खाद बन जाए पराली: मनप्रीत कैंप में पहुंचे किसान मनप्रीत सिंह वासी फरोजपुर (रूपनगर) ने कहा कि पराली न जलाने के लिए कोई स्थायी हल निकालने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एग्रीकलचर यूनिवर्सिटी को कोई ऐसी विधि तैयार करनी चाहिए, जिसके साथ धान की कटाई के बाद पराली पर स्प्रे करने से पराली खेत में ही खाद के रूप में बदल जाए। प्रदर्शनियां व स्टाल लगाए कैंप के दौरान पराली संभाल और फसलों की सफल काश्त के लिए तकनीकी सेशन के साथ विभिन्न विभागों ने प्रदर्शनियां और किसान ग्रुपों के स्टाल लगाए गए। कैंप के दौरान पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी लुधियाना का सुधरा बीज और खेती साहित्य भी किसानों को मुहैया करवाया गया। कैंप में केवीके के सहायक प्रोफेसर (बागवानी) डॉ.संजीव आहुजा ने आए हुए किसानों का धन्यवाद भी किया।