इमरजेंसी सेवा बंद करने के फैसला गलत
नंगल बीबीएमबी अस्पताल नंगल में इमरजेंसी की सुविधा को बंद किए जाने का यहा विभिन्न संगठनों ने विरोध किया है। माग उठाई गई है कि अस्पताल में इमरजेंसी को पहले की तरह जारी रखा जाए।
जागरण संवाददाता, नंगल
बीबीएमबी अस्पताल नंगल में इमरजेंसी की सुविधा को बंद किए जाने का यहा विभिन्न संगठनों ने विरोध किया है। माग उठाई गई है कि अस्पताल में इमरजेंसी को पहले की तरह जारी रखा जाए। बीबीएमबी स्टेट एलोकेटेड इंप्लाइज यूनियन के प्रधान यशपाल, रविकांत आदि ने आज वीरवार को रोष प्रदर्शन करते हुए यह कहा है कि पहले ही बीबीएमबी की ओर से ओलिंडा में संचालित डिस्पेंसरी को बंद कर दिया गया है। यह डिस्पेंसरी बीबीएमबी कर्मचारियों के अलावा आसपास के लोगों को उपचार सुविधाएं उपलब्ध करवाती थी। बाद में बीबीएमबी वर्कशॉप की डिस्पेंसरी को भी बंद किया गया। उन्होंने कहा कि जब से नए प्रधान चिकित्सा अधिकारी की नियुक्ति हुई है तब से बीबीएमबी अस्पताल को बंद करने की साजिश रची जा रही है जिसके तहत पहले भी दो डिस्पेंसरियां बंद की जा चुकी हैं। चिकित्सा संस्थानों के बंद होने से पहले ही कर्मचारी व आम लोग परेशान हैं तो दूसरी तरफ अब इमरजेंसी के बंद होने से इलाका वासियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी। मामूली से रोग पर भी महंगे टेस्ट बाहर लैबोरेटरियों से करवाए जा रहे हैं तथा बिना मतलब के ही अल्ट्रासाउंड व सिटी स्कैन करवा दिए जाते हैं। संगठन ने माग उठाई है की आपातकालीन सेवा को 24 घटे पहले की तरह जारी रखा जाए। इस अवसर पर मदन गोपाल, होशियार सिंह राणा, अजय कुमार शर्मा, मलकीत सिंह, इकबाल सिंह, पवन कुमार, अंकुर कौशल, धर्मपाल चंद्रमोहन, मनजीत सिंह, निर्मलजीत, अवतार सिंह, शशि कुमार, बलबीर सिंह आदि ने भी इमरजेंसी को बंद करने कि शुरू हुई प्रक्त्रिया की निंदा करते हुए इस फैसले को तुरंत वापस लेने का आग्रह किया है। एटक ने इमरजेंसी बंद न करने की उठाई मांग भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन एटक ने बीबीएमबी अस्पताल में इमरजेंसी सेवाओं को बंद करने के प्रस्तावित फैसले का विरोध किया है। यूनियन के प्रधान हरबंस सिंह, सुरेंद्र पाल, कर्म चंद आदि ने कहा है कि मिन्नी चंडीगढ़ के नाम से जाने जाते नंगल शहर व आसपास इलाके के हजारों लोग स्वास्थ्य सुविधाओं पर नंगल के बीबीएमबी अस्पताल पर निर्भर हैं। अब डॉक्टरों की कमी के चलते पैदा हुए हालात के कारण अस्पताल इमरजेंसी को बंद करने के प्रयास शुरू किए गए हैं। यूनियन ने बोर्ड के चेयरमैन से आग्रह किया है कि यहा जल्द अच्छे डॉक्टरों की नियुक्ति की जाए ताकि अस्पताल के बेहतर संचालन को जारी रखा जाए। बैठक में जरनैल सिंह, हरी मित्तल, सुच्चा सिंह, सतपाल, बृजपाल, राम आधार, संत राम, जसविंदर सिंह, कश्मीरी लाल, राम सुमेर आदि भी मौजूद थे। शहरवासियों ने भी जताया रोष
शहर वासियों ने भी बीबीएमबी अस्पताल में इमरजेंसी बंद करने को लेकर रोष जताया है। रोष व्यक्त करते हुए डा. संजीव गौतम, पार्षद बलजीत कौर, पूर्व पार्षद हरपाल भसीन, भूपेंद्र भिंदा, रणजीत सिंह लक्की, परमिंदर संधु, रविंद्र सिंह गोल्डी, महेश कालिया, आदि ने कहा है कि किसी भी सूरत में इमरजेंसी को बंद नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि नंगल के अलावा आसपास के लोग आपातकाल के दौरान अस्पताल में ही जरूरी उपचार सुविधाएं प्राप्त करते हैं। यदि इमरजेंसी को बंद किया गया तो आने वाले दिनों में संघर्ष शुरू कर दिया जाएगा।