कीरतपुर साहिब में प्रवासी लोगों की झुग्गियां में चल रहा नशे का कारोबार
कीरतपुर साहिब मिनी हरिद्वार के नाम से जानी जाती धार्मिक नगरी कीरतपुर साहिब में अवैध नशे का कारोबार अपनी जड़ें मजबूत कर चुका है।
शिव शंकर (मनीष), कीरतपुर साहिब
मिनी हरिद्वार के नाम से जानी जाती धार्मिक नगरी कीरतपुर साहिब में अवैध नशे का कारोबार अपनी जड़ें मजबूत कर चुका है। इसमें अवैध रूप से शराब पिलाने समेत व गांजा सहित बाहरी राज्यों से आए हुए प्रवासी इस नशे के कारोबार में लगे हुए हैं । मुख्य रूप में स्थानीय रेलवे स्टेशन के नजदीक बनी राजस्थान निवासियों की झुग्गियों में यह नशे का कारोबार लंबे समय से चल रहा है। पहले तो केवल अवैध शराब का धंधा दूसरे राज्यों से आकर बसे लोगों द्वारा किया जाता था, जबकि अब गांजे की बिक्री भी इस कारोबार का हिस्सा बन चुका है। गांजे का व्यापार करने वाले बेखौफ गांजे की पुड़िया बनाकर स्कूली बच्चों ट्रक ड्राइवरों तथा अन्य युवाओं को बेच रहे हैं हालांकि समय-समय पर पुलिस प्रशासन द्वारा गांजे तथा अवैध शराब को पकड़ कर मामले दर्ज किए जाते हैं, इसके बावजूद इस नशे के कारोबार में ये लोग परिवारों सहित लगे हुए हैं। यह लोग दर्ज किए गए मामलों को केवल कागजी कार्रवाई ही समझते हैं । अगर पुलिस यहां किसी के पास से बड़ी खेप में अवैध नशा बरामद करती है तो वह व्यक्ति कुछ दिन काम बंद करके फिर दोबारा ये धंधा शुरू कर देता है। इस नशे की चपेट में आ रहे हैं स्कूली बच्चों के परिजन तथा अन्य समाजसेवी लोग ¨चतित हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अगर इस कारोबार को जल्द ही बंद ना कराया गया तो बहुत जल्द इस नगरी को नशे का राक्षस पूरी तरह निगल जाएगा। बढ़ता नशे का जाल ¨चता का विषय: ज्योति प्रसाद
इस मौके समाजसेवी ज्योति प्रसाद ने कहां के वह बहुत ¨चतित हैं कि इस नगरी में अवैध नशा बिक रहा है । उन्होंने जिला पुलिस मुखी से मांग की है कि वह अपनी ओर से एक टीम बनाकर इस नशे के कारोबार को बंद करवाने के लिए सहयोग देंगे। कृपया पुलिस प्रशासन उन्हें इस बात की अनुमति दे। अगर नहीं तो झोपड़ियों के पास सिविल वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं ताकि जो स्कूली बच्चे यहां पर नशा खरीदने आते हैं उनको रोका जा सके। नशे के कारोबार पर कसा जाए शिकंजा: गिरजा शंकर गिरजा शंकर द्विवेदी ने कहा के अवैध नशे का कारोबार करने वालों के विरुद्ध कड़ा शिकंजा कसना चाहिए। इन लोगों को नशा सप्लाई करने वाले सप्लायर को पकड़ने के लिए नशा विरोधी गठित टीमों को काम करना चाहिए। एक तरफ कैप्टन सरकार ने नशा रोकने के लिए टॉस्क फोर्स जैसी टीमों का गठन किया है, ऐसी टॉस्क फोर्स टीमों के माध्यम से नशे के कारोबारियों तथा सप्लायरों को पकड़ा जाए ताकि इनके मन में से नशा ना बेचने का डर पैदा हो। गांजा एक जहर की तरह गांजे के नशे के बारे में पूर्व मेडिकल ऑफिसर डॉ.मनजीत ¨सह ने बताया कि यह नशा मानव शरीर पर एक जहर की तरह काम करता है। सबसे पहले दिमाग पर असर करने के साथ दिमागी तौर पर नशे का आदी बना देता है। उसके बाद धीरे-धीरे शरीर के अंगों को खत्म करना शुरू कर देता है नपुंसकता जैसी घातक बीमारियां इस नशे के सेवन के साथ हो जाते हैं। इस साल 12 मामले दर्ज
इस नशे के कारोबार करने वाले लोगों पर दर्जनों मामले दर्ज हैं इस साल मई महीने तक एक्साइज तथा एनडीपीएस के 12 मामले थाना कीरतपुर शहर की पुलिस द्वारा दर्ज किए गए हैं।