अवैध खनन पर नजर रखेंगे ड्रोन व नाइट विजन दूरबीन
अवैध माइनिंग को रोकने की दिशा में हिमाचल सरकार के ऊना प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।
सुभाष शर्मा, नंगल : नंगल उपमंडल से गुजरती हिमाचल से आने वाली स्वां नदी में हो रही अवैध माइनिंग को रोकने की दिशा में हिमाचल सरकार के ऊना प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अवैध खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन ऊना यहां पर ड्रोन व नाइट विजन दूरबीन से निगरानी करेगा। ऊना के डीसी संदीप कुमार ने बताया कि रात के अंधेरे का लाभ उठाकर खनन करने वाले भाग जाते हैं। इसी समस्या से निपटने तथा अवैध खनन को रोकने के लिए ड्रोन तथा नाइट विजन दूरबीन से नजर रखी जाएगी। इनकी खरीद के बाद पुलिस विभाग को सौंपने के साथ पुलिसकर्मियों को इन्हें चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि रात में अवैध खनन पर अंकुश लगाया जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि एडीसी अरिंदम चौधरी तथा एएसपी विनोद कुमार धीमान ने अपनी टीम के साथ वीरवार रात भी पंजाब के साथ सटी सीमा पर स्वा नदी में हो रहे अवैध खनन पर कार्रवाई करने के लिए दबिश दी थी। इस दौरान उन्होंने जब बाथू, संतोषगढ़ तथा पेखुबेला में दबिश दी, तो अवैध खनन करने वाले हिमाचल की सीमा को पार कर पंजाब की तरफ फरार हो गए। उन्होंने कहा कि वहां पर जेसीबी से अवैध खनन हो रहा था। जैसे ही जिला प्रशासन की टीम वहा पहुंची, तब तक खनन करने वाले फरार हो गए। । इन हालातों के मद्देनजर ही प्रभावी कार्रवाई के लिए रात में अवैध खनन पर बेहतर निगरानी के लिए ही इलेक्ट्रॉनिक सर्विलास उपकरण की खरीद की जा रही है। गौरतलब है कि स्वां नदी में आए दिन हो रही अवैध माइनिंग को रोकना हिमाचल व पंजाब प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। अवैध खनन के परिणामस्वरूप जहां स्वां नदी क्षेत्र से सटे कई गांवों का भूजल स्तर गिर चुका है, वहीं कृषि योग्य भूमि को नुकसान होने के साथ-साथ ग्रामीण इलाके की सड़कें भी गड्ढों में तबदील हो चुकी हैं । इसके अलावा ओवरलोडड टिप्परों से होने वाले हादसों तथा धूल मिट्टी के प्रदूषण से होने वाली भारी परेशानी अलग से है। यहां पर बड़े-बड़े पहाड़ अवैध माइनिंग के कारण खाली हो गए हैं। ऐसे में अब हिमाचल प्रशासन की अवैध माइनिंग पर ड्रोन तथा नाइट विजन दूरबीन से नजर रखना कारगर साबित हो सकता है।