बेलगाम डेंगू, 313 केस, 33 मरीज अस्पतालों में दाखिल
डेंगू से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान की समय पर शुरुआत नहीं हो पाई और लोगों ने भी डेंगू हलके में लिया।
अजय अग्निहोत्री, रूपनगर: डेंगू से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान की समय पर शुरुआत नहीं हो पाई और लोगों ने भी डेंगू हलके में लिया। इसी का नतीजा है कि इस बार डेंगू बेलगाम हो गया है। पिछले साल के कुल 166 डेंगू संक्रमण के मामलों के मुकाबले अब तक 313 मामले सामने आ चुके हैं। रूपनगर के अस्पतालों में डेंगू के 33 मरीज दाखिल हैं। इनमें सबसे ज्यादा सांघा अस्पताल में 13 और सिविल अस्पताल रूपनगर और परमार अस्पताल में सात-सात मरीज दाखिल हैं। नंगल सब डिवीजन अस्पताल में पांच मरीज दाखिल हैं। जबकि रूपनगर के प्राइमरी अस्पताल में एक मरीज दाखिल है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने मंगलवार को रूपनगर के ऊंचा खेड़ा, छोटा खेड़ा, गुरुनानक पुरा, ज्ञानी जैल सिंह नगर के कुछ हिस्स और आफिसर कालोनी में सर्वे किया गया। इस दौरान बुखार से ग्रस्त मरीजों का डाटा नोट किया गया। स्वास्थ्य कर्मियों के मुताबिक घरों के भीतर कूलरों की गर्मी का मौसम जाने के बाद भी सफाई न होना डेंगू के मच्छरों का सबसे मुख्य कारण है। इसके अलावा फ्रिज के पीछे लगी वेस्ट पानी की ट्रे, छतों पर पड़े बर्तन और टायरों में जमा पानी डेंगू के मादा मच्छर के प्रजनन की सबसे आसान जगह है। साफ पानी की ज्यादा दिन तक स्टोरेज न होने दें: डा.परमिदर रूपनगर के सिविल सर्जन डा.परमिदर कुमार ने जिलावासियों को अपील की कि शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहने। डेंगू के मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग लोगों तक जागरूकता फैला रहा है। लोग घरों व आसपास साफ पानी की स्टोरेज न होने दें।