नशा खत्म करने के लिए पंचों व सरपंचों का सहयोग लिया जाएगा : एसडीएम
एसडीएम आनंदपुर साहिब मनीषा राणा ने उप मंडल के सरपंचों से बैठक की।
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब :
एसडीएम आनंदपुर साहिब मनीषा राणा ने उप मंडल के सरपंचों और पंचों, खासकर नौजवान वर्ग को डेपो मुहिम में बढ़ चढ़कर शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशे को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हर एक नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
वह आज उप मंडल के क्लस्टर कोआर्डिनेटर, अधिकारियों के साथ इस संबंध में एक विशेष बैठक कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि अधिकारी सरपंचों, पंचों और नौजवानों को प्रेरित करें कि नशे का खत्म करना समय की अहम जरूरत है और यह तभी संभव हो सकता है अगर नशे के खिलाफ जंग में हरेक नागरिक अपने तन और मन के साथ योगदान डालें। उन्होंने कहा कि नशों के बुरे प्रभावों संबंधी हर वर्ग के लोगों को जमीनी स्तर पर पहुंच करके जागरूक किया जाए। डेपो के तौर पर रजिस्टर्ड हो चुके उप मंडल के समूह वालंटियरों को प्रशासन के अधिकारियों द्वारा अपील करते उन्होंने कहा कि अब मौका आ गया है कि लोक हित के ऐसे कामों को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझ कर अपने आसपास को जागरूक करने के लिए प्रयास किए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को प्ररेणा देते हुए कहा कि नशा ऐसी नामुराद बीमारी है जिसका सीधा प्रभाव नशा करने वाले के परिवार पर भी पड़ता है और धीरे धीरे दोस्तों, समाज, रिश्तेदारों में बुरा प्रभाव अधिक जाता है। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की कि वह पंचों, सरपंचों और नौजवानों को जागरूक करें कि नशा करने वाले व्यक्ति की पूरी समर्पित भावना और अपना फर्ज समझ कर सहायता की जाए। एसडीएम ने सरपंचों, पंचों और लोगों को न्योता दिया कि वह अपने आसपास में नशा करने वाले नौजवानों और लोगों की पहचान करने और उनको सरकार द्वारा स्थापित किए ओट सेंटरों में इलाज के लिए आने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि ओट क्लीनिकों का निरंतर दौरा किया जाए, वहां हर जरूरी सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी गांवों में जाकर कैंप लगाएं जिनके रचनात्मक और सार्थक नतीजों का उपयुक्त प्रचार किया जाए। मनीषा राणा ने कहा कि डेपो मुहिम के अंतर्गत नशे के खिलाफ एक जागरूकता लाने की जरूरत है, सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मेडिकल सुविधाएं देने वाली संस्थाओं, समाज सेवी संगठन, तत्थेबंदियां, जागरूकता रैलियां, साइकिल रैलियों का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि क्लस्टर कोआर्डिनेटर केवल कागजी खानापूर्ति द्वारा जोर न दें, जमीनी स्तर पर इस संबंधी की जा रही कार्रवाई की फोटोग्राफी और वीडिओग्राफी और गांवों में नाटक जा सभ्याचारक प्रोग्राम समय इसका समूह रिकार्ड रखा जाए, जिसको विभिन्न प्रचार साधनों द्वारा अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम का जरूरी प्रचार करवाया जाए। जिससे हर वर्ग इस संबंधी जागरूक हो सके। इस मौके पर डा. अमरिदर सिंह, डा. प्रेम कुमार, बीडीपीओ चंद सिंह, बीडीपीओ जसप्रीत कौर, सीडीपीओ गुरप्रीत कौर, एसएचओ सिमरजीत सिंह, जीबी शर्मा, बीपीईओ संजीव कुमार, गुरनाम चंद, जसवीर सिंह, अमरजीत कौर, सर्बजीत सिंह, स्वर्ण सिंह, राजेश कुमारी, जसवीर कौर, स्नेह लता, अमरदीप, एएसआइ केवल कृष्ण उपस्थित थे।