कामगारों के लिए बनी योजनाएं काग्रेस की देन
कामगारों का जीवन सुधारने के लिए जितनी भी योजनाएं तथा कानून बने यह सब काग्रेस पार्टी की देन हैं।
जागरण संवाददाता, नंगल
राष्ट्रीय इंटक कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य एवं प्रदेश इंटक मीडिया कमेटी के अध्यक्ष कामरेड जगत राम शर्मा ने कहा कि गरीबों ,मजदूरों व कामगारों का जीवन सुधारने के लिए जितनी भी योजनाएं तथा कानून बने, यह सब काग्रेस पार्टी की देन हैं। अब लोगों ने भाजपा से किनारा कर लिया है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में काग्रेस सरकारें बन चुकी हैं व महाराष्ट्र में भी सहयोगी दलों से एक तरह से काग्रेस की ही सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि गोवा व कर्नाटक आदि प्रदेशों में भाजपा ने धोखे से सरकारें बनाई हैं। कामरेड ने कहा कि महाराष्ट्र में सोनिया गाधी की बल्ले-बल्ले हो गई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा ने बीती 22-23 नवंबर की आधी रात को देश के संविधान को तार-तार कर सरकार तो बनाई थी, पर इससे देश की जनता में उसकी जमकर फजीहत भी हुई। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को जब देश आजाद हुआ था, तो उस समय बने देश के पहले प्रधानमंत्री स्व. जवाहर लाल नेहरू ने 17 वषरें तक लगातार लोकप्रिय नेता बनकर लोगों के दिलों पर राज कर जहां लोगों की गरीबी को दूर करने के लिए सैकड़ों योजनाएं बनाईं, वहीं लोगों की आर्थिक दशा मजबूर करने के लिए मिश्रित अर्थव्यवस्था को बनाया। सार्वजनिक क्षेत्र में कई उद्योग स्थापित किए गए। अकेले भाखड़ा बाध ने देश को कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाया। अब दुर्भाग्यवश मोदी और शाह की जोड़ी ने बीते सात सालों में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र प्रकरण से देश के बुद्धिजीवी लोगों, कामगारों व मजदूरों आदि सभी की आखें खुल चुकी हैं कि भाजपा जनता के विरुद्ध कैसे काम करती है। अब देश के लोग भाजपा को पटखनी देने के लिए तैयार बैठे हैं।