जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया आचार्य बाल कृष्ण का जन्म दिवस
पतंजलि योगपीठ के संचालक स्वामी रामदेव जी के सहयोगी आचार्य बाल कृष्ण का जन्म दिवस मंगलवार को जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया गया।
जागरण संवाददाता, नंगल : पतंजलि योगपीठ के संचालक स्वामी रामदेव जी के सहयोगी आचार्य बाल कृष्ण का जन्म दिवस मंगलवार को जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया गया। पतंजलि योग समिति के जिला रूपनगर इकाई के प्रतिनिधियों ने योगाचार्य तरसेम लाल, सुभाष चंद्र आदि ने तुलसी के पौधे बांटकर जड़ी बूटी दिवस मनाने का मकसद बताते हुए कहा कि औषधीय गुणों वाले पौधे मनुष्य के स्वस्थ जीवन के प्रतीक हैं। इसलिए यह प्रयास किया जा रहा है कि सागवान, नींबू, अमरूद, सुखचैन, नीम, पपीता, गुड़मार, डेक आदि किस्म के पौधे लगाने के बारे लोगों को जागरुक किया जाए। उन्होंने बताया कि आचार्य बाल कृष्ण ने लगभग 10 हजार जड़ी बूटियों की शोध करके जड़ी बूटी नामक पुस्तक लिख कर मानव जीवन के लिए सराहनीय कार्य किया है। इस लिए पतंजलि योगपीठ से जुड़े सभी प्रतिनिधि लगातार औषधीय गुणों वाले पौधे लगाने के साथ-साथ पौधों का वितरण भी कर रह हैं।
इस मौके पर रोशन लाल शर्मा, धर्म पाल शर्मा, अशोक नंबरदार, अनु शर्मा, विजय कुमार, अमरदीप, आरती शर्मा, नेहा, ऋचा, सरोज, अरशी, दीपिका आदि ने रामपुर साहनी गांव में तुलसी के अलावा नीम, आंवला, निंबू, मौसमी आदि के पौधे लगाए। इस मौके पर नंगल इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन डा. ईश्वर चंद्र सरदाना ने बताया कि आज लगाए गए सभी पौधे औषधीय गुणों से भरपूर हैं। ये पौधे वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के साथ-साथ मानव शरीर को भी रोग मुक्त बनाने की क्षमता रखते हैं। शरीर के लिए जरूरी विटामिन उपलब्ध करवाने तथा प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए ये पौधे अपनी विशेष पहचान रखते हैं।