अहंकार त्याग कर अच्छे कार्य करने वालों पर बनी रहती है प्रभु कृपा: साध्वी
भागवत कथा में राष्ट्र संत बाबा बाल जी महाराज की शिष्या साध्वी रेनू जी ने भक्तजनों का मार्गदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, नंगल: निकटवर्ती गाव कंचेड़ा में आयोजित भागवत कथा में राष्ट्र संत बाबा बाल जी महाराज की शिष्या साध्वी रेनू जी ने भक्तजनों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्राणी को जीवन में अहंकार त्याग कर भक्तिमार्ग अपनाना चाहिए। जीवन में यह प्रयास करना चाहिए कि सदैव दूसरों के दुख दर्द को अपना दुख दर्द समझा जाए। रेनू ने कहा कि हमारे ऋषि-मूनियों ने वेद ग्रंथों व पुराणों की रचना इसलिए की है , ताकि मनुष्य वेद ग्रंथों में बताए मार्ग पर चलकर खुद व समाज का कल्याण कर सके। जीवन में सदैव समर्पण की भावना से अहंकार त्याग कर अच्छे कर्म करने चाहिए, तभी मनुष्य जन्म-मरण के चक्कर से मुक्त होकर ब्रह्मलोक में स्थान प्राप्त कर सकता है। इस दौरान कार्यक्रम में निकाली गई सुंदर झांकियों के माध्यम से आमजनों को यह बताने का प्रयास किया गया कि भगवान सदैव सच्ची भक्ति करने वाले अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। इस दौरान दूर-दराज से आए भक्तजनों के अलावा गांव कंचेड़ा, कथेड़ा व बरारी के नागरिक भी मौजूद थे। इस अवसर पर पं. राज पाल उपमन्यू, समाजसेवक इंद्र मोहन कपिला, मुनीश कुमार, देव नंदन शास्त्री, सृष्टि, आयुषी ऐरी, रंजना कौशल, काजल शर्मा व ममता देवी सहित बड़ी संख्या में भक्तजनों ने प्रभु का गुणगान करके लोक कल्याण की कामना की।