जीवन में उपदेशों का कर्म रूप से करें पालन
लोक कल्याण के लिए बालक रूपी मंदिर डूकली में आयोजित भागवत कथा के धार्मिक कार्यक्रम शनिवार को भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया।
जागरण संवाददाता, नंगल
लोक कल्याण के लिए बालक रूपी मंदिर डूकली में आयोजित भागवत कथा के धार्मिक कार्यक्रम शनिवार को भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया। स्वामी हिम्मता दास महाराज की देखरेख में आयोजित कार्यक्रम का समापन साक्षरता को प्रोत्साहित करने के मकसद से बच्चों को सम्मानित करके किया गया। इस अवसर पर स्वामी जी ने कहा कि समाज के हर नागरिक को बढ़-चढ़कर जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। अधिक से अधिक अच्छे कार्य करके ही हम प्रभु कृपा के पात्र बन सकते हैं। कथा व्यास आचार्य सुनील वशिष्ठ ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों में दिए जाने वाले उपदेशों का हर प्राणी को कर्म रूप से पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में अच्छे कार्य ही मनुष्य के साथ जाएंगे। कभी भी अपने फायदे के लिए किसी का बुरा न करें। इस दौरान समाज सेवक विजय धीर व किरन धीर ने स्कूल के बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन देने के लिए जुराबें तथा यूनिफार्म देकर प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में वेद भागी, गिरजा गिरी, विश्व भाटिया, अंबिका, निशा भारती, समाज सेवक राकेश मेहता, बाबा प्रदीप शर्मा, स्वामी राजेश पुरी मेघपुर व संत कुमार चौधरी आदि सहित बड़ी संख्या में भक्तजनों ने गगनभेदी जयघोषों के बीच पूजा अर्चना करके लोक कल्याण की कामना की। समारोह में योगाचार्य आरएस राणा ने कहा कि हम सभी को योग साधना से जुड़े रहना चाहिए, तभी समाज को संस्कारवान तथा सभ्य बनाने में हम सफल हो सकते हैं। मौके पर समाज सेवक रोशन लाल, हेमंत जसवाल, अशोक मनोचा, कृष्ण देव, देवेंद्र राणा, बलदेव वर्मा, ऊषा रानी, जंग बहादुर, सोढ़ी राणा, पूनम मेहता व जसविंदर सिंह सहित बड़ी संख्या में दूर-दराज से आए भक्तजनों ने नतमस्तक होते हुए लंगर का अमृत पान किया।