विद्युत उत्पादन व सिंचाई के क्षेत्र में बीबीएमबी का बेस्ट प्रदर्शन
भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड ने सिंचाई एवं विद्युत के क्षेत्र में वर्ष 2018-19 में प्रत्येक क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
जागरण संवाददाता, नंगल : भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड ने सिंचाई एवं विद्युत के क्षेत्र में वर्ष 2018-19 में प्रत्येक क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। बीबीएमबी ने पिछले वर्ष के दौरान उत्पादन इकाइयों की 97.95 प्रतिशत संचयी मशीन उपलब्धता के साथ केंद्रीय विद्युत प्राधीकरण द्वारा निर्धारित वार्षिक लक्ष्य से 8.12 प्रतिशत अधिक उत्पादन किया है। अगस्त 2018 में फसल बुआई के मौसम के दौरान किसानों की पीक विद्युत जरूरत को पूरा करने के लिए बीबीएमबी ने पहली बार, व्यस्तम घटों के दौरान प्रतिदिन खपतवार 1.5 घटे के लिए देहर विद्युत गृह की सभी छ: उत्पादन इकाइयों को चलाना नियत किया।
बोर्ड सचिव की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार बीबीएमबी अपनी पुरानी प्रणालियों का उन्ययन द्वारा आधुनिकीकरण करने की ओर अग्रसर है। बीबीएमबी ने अक्टूबर, 2018 में बरनाला के 220 केवी ग्रिड उपकेंद्र पर, उपकेंद्र स्वचलन प्रणाली चालू की और तब से संगरूर के 220 केवी ग्रिड उपकेंद्र में सफलता पूर्वक दूरस्थ परिचालन किया जा रहा है। निकट भविष्य में बीबीएमबी के अन्य उपकेंद्रों को भी मानव-रहित बना दिया जाएगा। द्वितीय चरण में बीबीएमबी के हिसार, चरखी दादरी, बल्लभगढ़ और समयपुर के 220 केवी ग्रिड उपकेंद्रों के स्वचालन कार्य तथा इनका 400 केवी ग्रिड उपकेंद्र, बीबीएमबी, भिवानी और स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर दूरस्थ परिचालन कार्य साथ-साथ किया जा रहा है। पुरानी कार्यालय की फाइल प्रणाली को ई-ऑफिस से बदला गया है जिससे कागज के उपयोग में कमी व साथ ही कार्यालय की फाइलों के निपटान की प्रक्रिया में भी कमी आई है। बीबीएमबी ने कर्मचारियों के पेंशन पेपर की स्थिति का पता लगाने के लिए पेंशन पेपर सॉफ्टवेयर कार्यान्वित किया है। बीबीएमबी ने निकट भविष्य में उद्यम संसाधन योजना (ईआरपी) आधारित प्रौद्योगिक सूचना (आईटी) समाधान के कार्यान्वयन हेतु भी पहल शुरू कर दी है।
बीबीएमबी ने सौर ऊर्जा को भी बढ़ावा दिया
बीबीएमबी ने अपने कार्यालयों की इमारतों पर रूफ टॉप सौर ऊर्जा संयंत्रों का अधिष्ठापन किया है। बीबीएमबी ने वर्ष 2018 के दौरान 220 केवी उपकेंद्र, जमालपुर पर 60 केडब्ल्यूपी रूफ टॉप सौर ऊर्जा परियोजना, 220 केवी उपकेंद्र, जालंधर में 100 केडब्ल्यूपी रूफ टॉप सौर ऊर्जा परियोजना, 220 केवी उपकेंद्र, दिल्ली पर 80 केडब्ल्यूपी तथा 220 केवी उपकेंद्र, नरेला पर 20 केडब्ल्यूपी रूफ टॉप सौर ऊर्जा परियोजना अधिष्ठापित कर 260 केडब्ल्यूपी सौर ऊर्जा जोड़ी है। उचित जलाशय प्रबंधन, नजदीकी निगरानी और मानसून के मौसम के दौरान सिंचाई जरूरतों को पूरा करने के लिए बाधो के डाऊनस्ट्रीम नालों से अंतर्वाह का उपयोग करके बीबीएमबी ने सतलुज और ब्यास नदियों का 0.674 मिलियन एकड़ फीट जल बचाया जो अंतरराष्ट्रीय सीमा के डाऊनस्ट्रीम में चला गया होता तथा इस अतिरिक्त जल को अपने जलाशयों में भंडारण किया है। बीबीएमबी ने भागीदार राज्यों को उनकी माग के अनुसार सिंचाई एवं पीने के पानी की सफलतापूर्वक आपूर्ति की तथा इसके अलावा तकनीकी मापदंडों की संख्या पर आधारित, बाधों के डाऊनस्ट्रीम नालों में बाढ़ के साथ किसी भी रिलीज के सिंक्रोनाइज़ेशन से बचने के लिए पौंग जलाशय में 1393.30 फीट तक पानी जमा करके पंजाब के निचले क्षेत्रों को बाढ़ से बचाया गया है।