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वार्डबंदी पर शिअद का एतराज, अदालत जाने की तैयारी

शहर की नई वार्डबंदी का काम मकम्मल करने के बाद 10 अगस्त तक एतराज मांगे गए हैं। अकाली दल ने नगर कौंसिल में अपना एतराज जताया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 10:39 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 06:11 AM (IST)
वार्डबंदी पर शिअद का एतराज, अदालत जाने की तैयारी
वार्डबंदी पर शिअद का एतराज, अदालत जाने की तैयारी

सुशील पांडे, नवांशहर : शहर की नई वार्डबंदी का काम मकम्मल करने के बाद 10 अगस्त तक एतराज मांगे गए हैं। अकाली दल ने नगर कौंसिल में अपना एतराज जताया है। एतराज में कहा गया है कि 2006 के बाद हद नही बढ़ी है,2011 के जनगणणा के मुताबिक 2015 में वार्डबंदी पहले ही हो चुकी है। इसके अलावा वार्ड बंदी से पहले प्रदेश सरकार ने खुद ही पत्र जारी कर वार्डबंदी पर रोक लगाई थी।

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नवांशहर की कुल आबादी 47 हजार हैं, जिसमें 35 प्रतिशत एससी आबादी है, जो कि करीब 17 हजार बनती हैं। नवांशहर व राहों की वार्डबंदी का काम लगभग 10 जून से शुरू किया गया था। ये वार्डबंदी 2011 की जनगणना के मुताबिक हो रही है। 2014 में हुई वार्डबंदी में सात वार्ड एससी रिजर्व रखे गए थे। इस बार भी लगभग सात वार्ड रिजर्व होंगे।

डीलिमिटेश बोर्ड में नहीं था अकाली दल

वार्डबंदी को लेकर पिछले दिनों डीलिमिटेशन बोर्ड बनाया गया था। इस बोर्ड में विरोधी दल के किसी भी नेता को शामिल नही किया गया था। बोर्ड में विधायक अंगद सिंह, डीसी का प्रतिनिधि, एसडीएम, कौंसिल प्रशासक, डिप्टी डायरेक्टर, ईओ के अलावा पूर्व पार्षद कमलजीत लाल व रमन खोसला को मेंबर बनाया गया था।

अदालत का खटखटाएंगे दरवाजा : परम सिंह

अकाली दल के नेता व पूर्व पार्षद परम सिंह खालसा का कहना है कि साल 2006 के बाद न तो शहर की हदें बढ़ी हैं और न ही 2011 के बाद कोई जनगणना हुई है। 2006 के बाद भी वार्डबंदी हो चुकी है तथा 2011 की जनगणना के बाद 2014 में वार्डबंदी हो चुकी है तथा 2015 में उसी के आधार पर चुनाव भी हुआ था। अब फिर से 2011 की जनगणना को आधार बनाकर वार्डबंदी करना गलत है। उन्होंने कहा कि नए नक्शे के हिसाब से अकाली दल के उन वार्डों को तोड़ा गया है, जहां से अकाली दल के पार्षद हमेशा ही जीतते आए हैं।

यह है कांग्रेस के पूर्व पार्षदों के वार्ड

विधायक अंगद सिंह के नजदीकी सचिन दीवान के पुराने वार्ड 5 का अधिकतर हिस्सा अब वार्ड 6 हो गया है और यह पहले की तरह जनरल है। विनोद पिका का पुराना बीसी रिजर्व वार्ड 11 का अधिकतर हिस्सा नए महिला रिजर्व वार्ड 9 में तथा कुछ हिस्सा जनरल वार्ड बने 10 में भी डाला गया है। पूर्व कौंसिल प्रधान ललित मोहन पाठक के वार्ड की रिजर्वेशन अब भी जनरल ही है। उनके वार्ड का ज्यादातर हिस्सा वार्ड 12 में चला गया है। बाक्स के लिए-

तीन जगह पर तोड़ा गया परम का वार्ड

अकाली दल के नेता परम सिंह ने कहा कि उनके वार्ड को पहले तो एससी रिजर्व से बीसी रिजर्व कर दिया गया है वहीं वार्ड को तीन हिस्सों में बांट दिया गया। परम खालसा वार्ड नंबर दो से वर्ष 2008 से लगातार जीतते आ रहे हैं। इनके वार्ड को तो तोड़ा ही गया है साथ में नगर कौंसिल की हद से बाहर के क्षेत्र को इनके वार्ड में शामिल किया गया है। मक्खन ग्रेवाल के 15 नंबर वार्ड का काफी हिस्सा अब नए 14 नंबर एससी रिजर्व वार्ड में चला गया है। अकाली दल के पूर्व पार्षद जसविदर जस्सी के वार्ड को बरनाला से जोड़ दिया गया है। हरमेश गुलेरिया के वार्ड को तोड़ कर शूगर कालोनी के क्षेत्र को इसमें जोड़ दिया गया है।

वार्ड एक, तीन, पांच, सात महिलाओं के लिए रिजर्व

नई वार्डबंदी में वार्ड में पड़ते कई मोहल्लों को दूसरे वार्ड में डाल दिया गया है। वहीं महिला वार्डों की रिजर्वेशन में भी बढोतरी की गई है। वार्ड नंबर 1, 3, 5, 7 आदि महिलाओं रिजर्व कर दिए हैं। 10 तक लिए जाएंगे ऐतराज : सरीन

नगर कौंसिल नवांशहर के कार्यकारी अधिकारी राजीव सरीन ने बताया कि स्थानीय निकाय विभाग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार इन नई वार्डबंदी पर 10 अगस्त तक दफ्तरी समय के दौरान दावे व एतराज दिए जा सकते हैं।


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