Move to Jagran APP

मॉनीटरिग के बाद पता लगेगा कि नया नंगल प्रदूषित शहर है या नहीं

रूपनगर जिले के अंतर्गत पड़ते नया नंगल शहर का नाम देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है। पिछले समय के दौरान केंद्र सरकार व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों पर विशेषज्ञों के माध्यम से जो नेशनल स्तर पर सर्वे करवाया गया था उसमें देश के 122 शहरों को सबसे प्रदूषित शहरों की श्रेणी में शामिल किया गया था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 10:16 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 10:16 PM (IST)
मॉनीटरिग के बाद पता लगेगा कि नया नंगल प्रदूषित शहर है या नहीं
मॉनीटरिग के बाद पता लगेगा कि नया नंगल प्रदूषित शहर है या नहीं

अरूण कुमार पुरी, रूपनगर : रूपनगर जिले के अंतर्गत पड़ते नया नंगल शहर का नाम देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है। पिछले समय के दौरान केंद्र सरकार व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों पर विशेषज्ञों के माध्यम से जो नेशनल स्तर पर सर्वे करवाया गया था उसमें देश के 122 शहरों को सबसे प्रदूषित शहरों की श्रेणी में शामिल किया गया था। इनमें पंजाब राज्य के अमृतसर, जालंधर, पठानकोट, पटियाला, मंडी गोबिदगढ़ (फतेहगढ़ साहिब), लुधियाना, खन्ना (लुधियाना), नया नंगल (रूपनगर) तथा डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर) भी शामिल हैं।

loksabha election banner

यह शहर चारों तरफ से नगरों, दरिया व पहाड़ों से घिरा हुआ है तथा खुला शहर होने के कारण इसे मिनी चंडीगढ़ के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर में प्रदूषण रहित होने के मापदंडों को पूरा करती खाद फैक्ट्री है जो कभी पूरी तरह कोयले पर चलती थी, लेकिन अब यह गैस संचालित है। जबकि सोडा फैक्ट्री को बंद हुए ढाई दशक के लगभग बीत चुके हैं। ऐसे में इस शहर का प्रदूषित शहरों की श्रेणी में आना हैरानी का विषय होना स्वभाविक है।

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड मोहाली के एसडीओ रवदीप सिंह ने कहा कि प्रदूषित शहर किस एंगल से घोषित किया गया है, इस बारे में तो नया नंगल में तैनात एसडीओ हरसिमरन सिंह ही बता सकते हैं, लेकिन इतना जरूर है कि पंजाब के प्रदूषित शहरों को प्रदूषण रहित बनाने के लिए आइआइटी दिल्ली का सहयोग लिया जा रहा है।

एक्सईएन अशोक शर्मा ने कहा कि सबसे पहले नया नंगल का नाम प्रदूषित शहरों की श्रेणी में आने पर हैरानी व्यक्त की लेकिन साथ यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि सर्वे वाइल्ड लाइफ को मुख्य रखते हुए हुआ है जबकि नया नंगल में प्रदूषण जैसी कोई बात नहीं। उन्होंने बताया कि मॉनीटरिग कमेटी बनाई जा चुकी है। शहर में लगने वाले जाम, टूटी सड़कों या पैच वर्क के अभाव के कारण उड़ने वाली धूल सहित बड़े स्तर पर होने वाले निर्माण कार्यों को मॉनीटर किया जा रहा है। इस संबंधी हर माह डीसी के साथ बैठक कर अगले तीन-चार माह में नया नंगल की सही स्थिति बारे केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.