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ऑनलाइन अदायगी को तवज्जो देने लगे 50 फीसद लोग

हर तीसरा व्यक्ति ऑनलाइन अदायगी करने को तरजीह देने लगा है। कोरोना संकट के दौरान क‌र्फ्यू और लॉकडाउन के बीच लोगों ने मोबाइल रिचार्ज बिजली बिल समेत अन्य खरीददारी के लिए आम दिनों के मुकाबले 50 से 60 फीसद ज्यादा ऑनलाइन अदायगी की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 10:16 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jun 2020 10:16 PM (IST)
ऑनलाइन अदायगी को तवज्जो देने लगे 50 फीसद लोग
ऑनलाइन अदायगी को तवज्जो देने लगे 50 फीसद लोग

जागरण संवाददाता, रूपनगर : हर तीसरा व्यक्ति ऑनलाइन अदायगी करने को तरजीह देने लगा है। कोरोना संकट के दौरान क‌र्फ्यू और लॉकडाउन के बीच लोगों ने मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल समेत अन्य खरीददारी के लिए आम दिनों के मुकाबले 50 से 60 फीसद ज्यादा ऑनलाइन अदायगी की। लॉकडाउन के बीच एक बार तो स्थिति आई कि बैंकों के एटीएम तक में कैश की कमी हो गई और जो लोग ऑनलाइन अदायगी करने से गुरेज करते थे, वो भी ऑन लाइन को ही अपनाने लगे।

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साइकिल विक्रेता गगन गुप्ता ने कहा कि अब ग्राहक भी ऑनलाइन अदायगी को प्राथमिकता देते हैं। आज से तीन चार महीने पहले ऐसे ग्राहक कम थे। लेकिन अब ऑनलाइन गूगल पे और स्वाइप मशीन के जरिये अदायगी का रुझान बढ़ रहा है।

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बढ़ने लगे इंटरनेट अकाउंट यूजर्स

बैंकों में इंटरनेट अकाउंट एक्टिव करवाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। लोग अदायगी के लिए कोरोना संकट के बीच दफ्तरों में जाने से गुरेज कर रहे हैं और ऑनलाइन अदायगी को आसान तरीका मान रहे हैं। जिला लीड बैंक मैनेजर सुशील कुमार कहते हैं कि अदायगी के कई तरीके अब तो मार्केट में आ गए है। अब तो दुकानदार के खाते में राशि सीधे जमा हो जाती है। बाक्स

अब बढ़ेगी स्वाइप मशीनों की खरीद: लीड बैंक मैनेजर

जिला लीड बैंक मैनेजर सुशील कुमार ने कहा कि डिजिटल भुगतान अब सबसे आसान तरीका है। लोग इसे अपना रहे हैं। जल्द बैंक भी दुकानदारों को स्वाइप मशीनें लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मैदान में उतरेंगे। जिससे कि खरीदफरोख्त करने वाले लोग अधिकतर क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करें। अभी फिलहाल लॉकडाउन रहा तो लोग स्वाइप मशीनें लेने के लिए बैंक नहीं आ पाए। अब ऐसे दुकानदारों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

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ये रखें एहतियात

ऑन लाइन खरीददारी और ऑनलाइन लेनदेन को सुरक्षित बनाने का एक ही तरीका है कि हम अपने पासवर्ड किसी से सांझे न करें। ओटीपी कतई भी किसी दूसरे व्यक्ति को न दें। न ही किसी कागज पर लिखकर छोड़ें। किसी दूसरे को एटीएम कार्ड इस्तेमाल के लिए न दें। अपने पासवर्ड कुछ समय बाद बदलते रहें।


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