नयना देवी के चरणों में 40 हजार भक्तों ने नवाया शीश
आनंदपुर साहिब आनंदपुर साहिब के साथ लगते हिमाचल प्रदेश में उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मंदिर श्री नयना देवी में श्रावण अष्टमी मेला जारी है।
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब
आनंदपुर साहिब के साथ लगते हिमाचल प्रदेश में उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मंदिर श्री नयना देवी में श्रावण अष्टमी मेला जारी है। वीरवार को मंदिर कार्यालय के अनुसार इस दौरान लगभग 40 हजार श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में माथा टेका। मंदिर कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार दुसरे तथा तीसरे नवरात्रे के दौरान न्यास को कुल 16,33,357 रुपए नकद, 68 ग्राम सोना, 4 किलो 950 ग्राम चांदी तथा 10 यूरो चढ़ावे के रूप में न्यास को प्राप्त हुए हैं। चौथे नवरात्रे में कुल 16,05,979 रुपए नगद चढ़ाए गए हैं।इस मेले के पांचवे दिन श्री नयना देवी जी के मंदिर में दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में हिमाचल व पंजाब सहित देश के विभिन्न राज्यों के श्रद्धालुओं ने हाजरी भरी। इस मौके डीसी बिलासपुर विवेक भाटिया ने जानकारी देते बताया कि श्रावण अष्टमी मेला के दौरान श्री नयना देवी जी क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के लिए विशेष प्रबंध किए गए है। मंदिर परिसर व न्यास लंगर के भीतर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा मंदिर न्यास ने संभाला है। जबकि अन्य सेक्टरों में नगर परिषद अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है।उन्होंने कहा कि 120 से भी अधिक स्थायी व अस्थायी सफाई कर्मी मेले के दौरान श्री नयना देवी जी के क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए तैनात किए गए हैं। इस दौरान चूना, फिनाइल आदि के छिड़काव के अलावा नियमित रूप से सफाई को सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कूड़ा-कर्कट एकत्र करने जगह-जगह पर डस्टबिन रखे गए हैं तथा सफाई कर्मियों को मास्क व गल्वस भी उपलब्ध करवाए गए हैं। इसी प्रकार कौलां वाला टोबा में कृपाली कुंड की सफाई करवाने के बाद चार फीट तक पानी भरवाया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना की संभावना न रहे।
इस संबंध में मेला अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि मेले के दौरान आग से बचाव के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं तथा सभी दुकानदारों व लंगर संचालकों को अग्निशमन यंत्र स्थापित करने के आदेश दिए गए हैं। किसी भी लंगर को खुली जगह या सड़क पर स्थापित करने की अनुमति नहीं दी गई तथा सभी लंगरों के प्रबंधकों को डस्टबीन स्थापित कर एकत्रित कूड़े को नगर परिषद द्वारा निर्धारित डं¨पग स्थल में डालने के आदेश दिए गए हैं। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ न हो इसके लिए लंगर द्वारा वितरित किए जाने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्त की जांच के साथ-साथ लंगर कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य का निरीक्षण भी सुनिश्चित बनाया जा रहा है। श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए मेला क्षेत्र में अस्थायी स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।