बैंक में कागज की गड्डी देकर ठगे 24 हजार
बैंकों में जाकर लोगों को बेवकूफ बनाकर ठगी मारने वाले नौसरबाज इलाके में सरगर्म हैं। सोमवार दोपहर नौसरबाजों ने मूलरूप से बिहार के रहने वाले युवक नीरज कुमार को ठगी का शिकार बनाया। बैंक में अपने पिता तथा चाचा के पैसे जमा करवाने आए इस युवक के 24 हजार 800 रुपए नौसरबाजों ने ठग लिए।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
बैंकों में जाकर लोगों को बेवकूफ बनाकर ठगी मारने वाले नौसरबाज इलाके में सरगर्म हैं। सोमवार दोपहर नौसरबाजों ने मूलरूप से बिहार के रहने वाले युवक नीरज कुमार को ठगी का शिकार बनाया। बैंक में अपने पिता तथा चाचा के पैसे जमा करवाने आए इस युवक के 24 हजार 800 रुपए नौसरबाजों ने ठग लिए और उसे 50 हजार रुपए देने का झांसा देकर रुमाल में बांधकर कागजों की गड्डी थमा दी। उसे शक न हो इसलिए उसका मोबाइल ये कहकर अपने पास रख लिया कि पहले बैंक में जाकर रुपये जमा करवाकर आओ फिर मोबाइल वापस करेंगे। अगर वो मोबाइल नहीं देगा तो वो समझेंगे कि वो रुपये जमा नहीं करवाएगा। नीरज कुमार को ठगी का जब समझ में आया तो उसके पास रोने के सिवाय कुछ नहीं बचा था। रोते हुए युवक को बैंक में काम से गए समाजसेवी करण नागी ने संभाला तथा पहले बैंक मैनेजर को इसकी जानकारी दी। बैंक मैनेजर ने हमदर्दी जताते हुए नीरज को किराये के लिए रुपये दिए। फिर करण नागी युवक को थाना सिटी रूपनगर ले गए। जहां उसकी शिकायत दर्ज करवाई। करण नागी ने कहा कि लोग इस तरह लालच में न आएं। नौसरबाज खुद को अनपढ़ और कम समझवाला दिखाकर लूट रहे हैं। समझ नहीं पाया कि धोखा हो रहा है नीरज कुमार पुत्र दलीप सरदार मूल निवासी गांव गुट मानगंज थाना जदिया जिला सपौल (बिहार) ने बताया कि वो गांव सरथली में अपने पिता दलीप सरदार और चाचा बसंत सरदार के साथ लेबर का काम करता है। वो राजू सरपंच के पास किरायेदार हैं। इन दिनों उसके पिता गांव दहीरपुर में काम कर रहे हैं। वो पहले भी छह सात बार बैंक में रुपये जमा करवाने रूपनगर आया। इस बार जब वो बैंक में पहुंचा तो एक युवक उसके पीछे अंदर दाखिल हुआ और उसे कहने लगा कि उसे लिखना नहीं आता। बैंक का फार्म भर दो। उसने जब मना किया और बैंक अकाउंट नंबर लेने के लिए अपनी मां को गांव फोन किया और मां ने कहा कि थोड़ी देर में अकाउंट नंबर देती है। इतने में उस युवक ने उसे कहा कि फोन बाहर जाकर करो और अपने आप भी उसके साथ बाहर आ गया। इतने में दूसरा युवक आया उसने कहा कि उसने चोरी की है तथा उसके पास डेढ़ लाख रुपए हैं। अपनी कमर में फंसाए रुमाल में रुपयों जैसा कुछ दिखाते हुए उसने कहा कि ये रुपये वो कहां रखे। इतने में दूसरे युवक ने कहा कि तुम दोनों आपस में बांट लो। उस युवक ने उसे रुमाल में से दो हजार का नोट दिखाकर लालच दी और वो उसकी लालच में आ गया। उसके 24 हजार 800 रुपए युवक ने ले लिए और मोबाइल भी ले लिया और रुमाल में बंधे 50 हजार रुपए जो कि कागज थे, बैंक में जमा करवाकर आने के बाद मोबाइल लौटाने की बात कही। लेकिन बैंक में जाकर उसे देखा कि रुमाल में तो कागज थे और जब उसने बाहर जाकर देखा तो उससे ठगी मारने वाले भाग चुके थे। नया मोबाइल लिया था नीरज ने बताया कि उसने पंद्रह दिन पहले ही नया मोबाइल लिया था। नौसरबाज उसे नकदी तथा मोबाइल समेत 40 हजार रुपए की चपत लगा गए हैं। ईआइएमई नंबर आर फुटेज से शिकंजे में आ सकते हैं नौसरबाज नीरज कुमार का मोबाइल नंबर 77107-54863 है। उसके पास मोबाइल का बिल भी है। अब पुलिस मोबाइल के ईआइएमई नंबर के जरिये मामले को सुलझा सकती है। वहीं, नौसरबाज युवकों की बैंक के सीसीटीवी कैमरे में फुटेज दर्ज हुई है। वहीं बैंक के आसपास के सीसीटीवी कैमरों में हो सकता है कि युवकों की ज्यादा क्लीयर फोटो रिकॉर्ड हुई हो। मामले की जांच की जा रही है थाना रूपनगर के एसएचओ गुरसेवक ¨सह ने कहा कि थाना सिटी में युवक नीरज कुमार ने शिकायत दी है। बैंक में लगे सीसीटीवी की फुटेज निकालकर नौसरबाजों की पहचान की जाएगी तथा उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जाएगा।