इस बार जिले में 24 केंद्रों पर की जाएगी गेहूं की खरीद
रूपनगर लघु सचिवालय में डीसी डॉ. सुमित जारंगल ने विभिन्न खरीद एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए जिले के अंदर की जाने वाली गेहूं की खरीद के प्रबंधों का जायजा लिया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
लघु सचिवालय में डीसी डॉ. सुमित जारंगल ने विभिन्न खरीद एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए जिले के अंदर की जाने वाली गेहूं की खरीद के प्रबंधों का जायजा लिया। इस बैठक में उनके साथ विशेष रूप से हाजिर थे। डीसी डॉ. सुमित जारंगल ने बैठक के दौरान बताया कि इस सीजन के दौरान जिलेभर में बनाए गए 24 खरीद केंद्रों पर विभिन्न खरीद एजेंसियों मार्कफेड, पनसप, पनग्रेन, वेयर हाउस, पंजाब एग्रो, एफसीआइ के द्वारा गेहूं की खरीद की जाएगी, जबकि इस बार खरीद का सरकारी रेट 1840 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। बैठक के दौरान उन्होंने खरीद केंद्रों में जरूरत के अनुसार स्टाफ की तैनाती किए जाने के साथ साथ पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था सुनिश्चित बनाने, गेहूं की योग्य संभाल की व्यवस्था करने, तिरपाल व क्रेटों आदि का पूरा प्रबंध करने के आदेश दिए। इसके अलावा उन्होंने हर खरीद केंद्र में पीने वाले पानी के साथ साथ पर्याप्त लाइट, पावर क्लीनर, जेनरेटर, नमी की परख करने वाले मीटरों व शौचालयों आदि के प्रबंध जल्द से जल्द पूरे करते हुए रिपोर्ट करने को कहा। डीसी ने फड़ों की सफाई सुनिश्चित बनाते हुए खरीदी गई गेहूं की समय पर लिफ्टिग व गेहूं को स्टोर किए जाने की पूरी व्यवस्था करने के आदेश भी जारी किए। उन्होंने हिदायत दी कि किसानों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं व स्पष्ट रूप से कहा कि प्रबंधों में किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस बैठक में विशेष रूप से हाजिर जिला खाद्य एवं आपूर्ति कंट्रोलर सतवीर सिंह ने कहा कि इस बार जिले अंदर एक लाख 93 हजार एमटी गेहूं आने की उम्मीद है, जबकि उन्होंने दावा किया कि नियमानुसार खरीद के सारे प्रबंध पूरे किए जा चुके हैं। गेहूं की खरीद वैसे एक अप्रैल से शुरू की जाती है, लेकिन इस बार मार्च माह के दौरान लगातार बारिश होती रहने के कारण अभी तक गेहूं कटाई योग्य नहीं हो पाई है जिसके चलते अभी तक जिले भर में कटाई शुरू नहीं हुई है। हालांकि पिछले तीन दिनों से जिले अंदर अच्छी धूप पड़ रही है व अगर मौसम इसी प्रकार का बना रहा तो उम्मीद है कि गेहूं की कटाई का काम 10 अप्रैल तक शुरू हो जाएगा जिसके बाद ही गेहूं मंडियों में पहुंचेगी। जिले अंदर वर्तमान में खड़ी फसल की अगर बात करें तो कहा जा सकता है कि इस बार किसानों को गेहूं का अच्छा झाड़ मिलेगा लेकिन आने वाले दिनों में अगर मौसम का मिजाज बदला तो गेहूं का झाड़ प्रभावित हो सकता है। मौसम विभाग की अगर मानें तो बुधवार के बाद दो दिन मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है, जिसको लेकर किसान चितित हैं।