धर्म व संतों को समर्पित रहा निरंजन शास्त्री का जीवन
डेरा बाबा रूद्रानंद सेवक मंडल नंगल के अध्यक्ष व आचार्य निरंजन दत्त शास्त्री के निधन पर बुधवार को उनके निवास रायपुर सहोडा के सामुदायिक भवन मे श्रद्धाजलि समारोह का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, नंगल: डेरा बाबा रूद्रानंद सेवक मंडल नंगल के अध्यक्ष व आचार्य निरंजन दत्त शास्त्री के निधन पर बुधवार को उनके निवास रायपुर सहोडा के सामुदायिक भवन मे श्रद्धाजलि समारोह का आयोजन किया गया। श्रद्धाजलि समारोह में गो रक्षा मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भूरी वाले संत स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि पिछले 25 वषरें से निरंजन शास्त्री से उनका संपर्क रहा है। इन 25 वषरें में कभी भी मुझे ऐसा कोई वाक्या याद नहीं आ रहा, जब उन्होंने धर्म चर्चा ना की हो। उनमें सदैव ऋषियों, संतों के प्रति उनके मन मे विशेष लगाव एवं सम्मान रहा। अपने गाव के इस प्राचीन मंदिर को उन्होंने तीर्थ स्थान में परिवर्तित किया है। स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि वह इस क्षेत्र में धर्म ध्वज वाहक रहे हैं। शास्त्री निरंजन दत्त का जो सपना था, उन्हें पूरा करने के लिए हम सब को आगे आना होगा। अपने धर्म एवं संस्कृति के लिए हम सब को उनके पद चिन्हों पर चलते हुए आगे बढ़ना होगा।
स्वामी जी ने कहा कि आने वाले नवरात्रों में 40 दिन की अखंड ज्योति उनकी स्मृति में जलाई जाएगी और सुंदर काड पाठ , हरि नाम संकीर्तन इत्यादि चलते रहेंगे। डेरा बाबा रूदा्रनंद धाम के सेवक मंडल की ओर से डा. शिवपाल ने कहा कि 1008 स्वामी सुग्रीवा नंद महाराज जी की निरंजन शास्त्री पर विशेष कृपा रही। इस क्षेत्र में कोई भी धर्म का कार्य प्रारंभ करना हो तो सर्वप्रथम निरंजन शास्त्री को ही महाराज श्री याद करते थे। सुरेश शास्त्री ने कहा कि उन्होंने शास्त्री निरंजन से बहुत कुछ सीखा है। उनके चले जाने से जो स्थान रिक्त हुआ है उसकी पूर्ति संभव नहीं है। अंबिका दत्त ने कहा कि उनके अधूरे कायरें को हम पूरा कर सकें, इसका हम सबको प्रयास करना होगा। इस अवसर पर डेरा बाबा रूद्रानंद धाम के कई अन्य सदस्य, ऋषि द्विवेदी, ऊषा द्विवेदी रिचा, रोशन लाल, राकेश, शशिवर्धन शास्त्री, प्यारी लाल शास्त्री , महेंद्र गोपाल शास्त्री, एसडी शर्मा, मास्टर कृष्ण देव शर्मा, जिया लाल रत्न, मास्टर राधा कृष्ण, दिनेश कुमार, पंडित सुरेशानंद , रोहित, पंडित नरेश वबोधराज सहित अन्य लोगों ने शास्त्री निरंजन दत्त को नम आखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किए।