पुण्य कमाने के लिए माता-पिता व गुरु का करें सम्मान
रूपनगर के साथ लगते एवं नालागढ़ मार्ग पर पड़ते गांव पंजहरा में सर्व धर्म सत्कार तीर्थ धमाना कलां भनियारांवाली से जुड़ी संगत ने सत्संग का आयोजन किया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: रूपनगर के साथ लगते एवं नालागढ़ मार्ग पर पड़ते गांव पंजहरा में सर्व धर्म सत्कार तीर्थ धमाना कलां भनियारांवाली से जुड़ी संगत ने सत्संग का आयोजन किया। समागम में तीर्थ प्रमुख बाबा सतनाम सिंह जी अपने सेवादारों के साथ पहुंचे। उनका संगत ने बैंड बाजे व फूलों की वर्षा के साथ स्वागत किया। इस मौके बाबा जी ने कहा कि मनुष्य जीवन बड़े भाग्य के साथ मिलता। देवता भी मनुष्य जीवन पाने के लिए उत्सुक रहते हैं, ताकि वे भी पृथ्वी लोक पर कर्म करते हुए पुण्य अर्जित कर सकें।पुण्य कमाने का सबसे सरल रास्ता माता-पिता व गुरु का सम्मान और गो व गरीब की सेवा करना है। शास्त्रों में इस बात का प्रमाण है कि बेजुबान की आह, हाय व दुआ सीधे प्रभु के दरबार तक दस्तक देती है । माता-पिता जन्मदाता हैं, जबकि गुरु मार्गदर्शक होता है । इसके लिए इनका सम्मान करना पुण्य कमाने के बराबर है। प्रभु का सुमिरन विचारों को शुद्ध बनाता है तथा सेवा मोक्ष के रास्ते को सरल बनाती है। इसलिए परिवारिक दायित्वों को ईमानदारी से निभाते हुए कुछ समय अच्छे कर्म के लिए जरूर निकालना चाहिए। सत्संग समाप्त होने के बाद गांव अजोली की संगत के आयोजित समागम में भी बाबा सतनाम सिंह जी ने संगत को गो व गरीब की सेवा तथा हर धर्म का सम्मान करने का संदेश दिया। गुरुद्वारा कोटि साहिब में गुरमति समागम एक मार्च से संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब: श्री गुरु रविदास जी के प्रकाशपर्व को समर्पित भक्त रविदास जी सेवक जत्था गांव जीओवाल तख्त श्री केसगढ़ साहिब जी की छत्रछाया में पहली मार्च से गुरुद्वारा श्री कोटि साहिब (श्री कीरतपुर साहिब) में 13वां महान गुरमति समागम करवा रहा है। जत्थे के प्रधान गुरमीत सिंह फौजी, महासचिव बलवीर सिंह सम्मी, गुरचरन सिंह कैशियर, गुरविदर सिंह उप प्रधान और मनजीत सिंह ने बताया कि 27 फरवरी को श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ होंगे और एक मार्च को श्री अखंड पाठ साहिब जी की संपूर्णता के भोग डाले जाएंगे। इसी दिन दोपहर एक बजे गुरुद्वारा कोटि साहिब से नगर कीर्तन सजाया जाएगा और शाम सात बजे गुरमति समागम शुरू होगा। इसमें तख्त श्री केसगढ़ साहिब जी के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघुवीर सिंह, कार सेवा किला आनंदगढ़ साहिब जी के मुख्य सेवक बाबा सुच्चा सिंह जी, एसजीपीसी मेंबर भाई अमरजीत सिंह चावला और प्रिसिपल सुरिदर सिंह, श्री दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी भाई सरूप सिंह व कथा वाचक भाई सुखविदर सिंह हाजिरी भरेंगे। इस मौके चाय व पकौड़ों का लंगर भी लगाया जाएगा।